देहरादून: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शनिवार को देहरादून में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट (आईसीएआई) देहरादून शाखा स्थापना की प्लेटिनम जुबली समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान के न्यूज लेटर ‘‘अविरल ज्ञान-धारा’’ का भी विमोचन किया। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) का देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान है, जिसका वे बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में सीए की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया में नंबर एक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि देश की इकोनॉमी को नियंत्रित करने, इससे जुड़े सिस्टम का ऑडिट और उसे प्रमाणित करने का काम सीए के जिम्मे होता है। विभिन्न टैक्सों के भुगतान का लेखा-जोखा भी सीए के द्वारा किया जाता है। पिछले कुछ वर्षों में, भारत में लेखांकन पेशा विकसित हुआ है और वैश्विक अर्थव्यवस्था की बदलती गतिशीलता के अनुरूप ढल गया है। सीए न केवल ऑडिटिंग, कराधान और वित्तीय रिपोर्टिंग के पारंपरिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, बल्कि प्रौद्योगिकी-संचालित परिवर्तन, स्थिरता और कॉर्पोरेट प्रशासन जैसी नई चुनौतियों को भी अपनाया है। तेजी से विकास करती भारतीय अर्थव्यवस्था में सीए की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह पेशा लगातार नई तकनीकों को अपना रहा है, डिजिटल परिवर्तन को अपना रहा है और अपनी विशेषज्ञता का विस्तार कर रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट के बहुमुखी योगदान ने आर्थिक परिदृश्य को आकार देने, हमारे राष्ट्र की वृद्धि और विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चाहे वह व्यवसायों को सूचित वित्तीय निर्णय लेने में सहायता करना हो, सरकारों को नीतियां बनाने में मदद करना हो, या व्यक्तियों को उनकी वित्तीय योजना बनाने में सहायता करना हो। उन्होंने संस्थान 75 वर्षों की सफलतम यात्रा की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर नांगिया एंडरसन के चेयरमैन सीए राकेश नांगिया देहरादून शाखा के चेयरमैन सीए संजय मुनियाल, सीए तेजिंदर कौर, सीए जसविंदर चैधरी सहित संस्थान के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।