देहरादून। डोईवाला रानीपोखरी पुल का आज उत्तराखंड क्रांति दल के पदाधिकारियों ने निरीक्षण किया और मुख्यमंत्री से मांग की है कि कि जल्दी पुल का मरम्मत कार्य शुरू करवाया जाए। पुल टूटने के कारणों की जांच कराई जाए, जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाए।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि पुल टूटने का कारण कोई और नहीं केवल अवैध रूप से खनन है। रिवर ट्रेनिंग के मानकों को दरकिनार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने अपने कार्यकाल में अनगिनत खनन के पट्टे बांटे हुए हैं। जिसकी आड़ में पूरे डोईवाला में अवैध रूप से खनन जोरों शोरों पर चलता है, जिसकी भनक सभी को है पर कार्यवाही करने में पुलिस प्रशासन समेत सरकार भी पीछे हट जाती है। डबल इंजन की सरकार में कहीं पुल टूट रहे हैं तो कहीं सड़कें तो कहीं पहाड़ों में भूस्खलन हो रहा है, जिसकी जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ डबल इंजन की भाजपा सरकार है। वहीं यूकेडी जिला अध्यक्ष संजय डोभाल ने कहा कि, पुल टूटने के मुख्य कारण सिर्फ और सिर्फ अवैध खनन है। यह भाजपा सरकार खनन माफियाओं की सरकार है। पुल टूटने से जहां यातायात प्रभावित हुआ है, तो वही लोग भी प्रभावित हुए हैं, आवागमन का एकमात्र रास्ता होने के कारण कुछ दुश्वारियां भी हैं, गुणवत्ता के साथ सरकार ने समझौता किया है, तभी आज यह दुर्घटनाएं लगातार घट रही है, इसका खामियाजा सिर्फ और सिर्फ जनता भुगत रही है। निरीक्षण के दौरान मौके पर उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व जिला अध्यक्ष केंद्रपाल सिंह तोपवाल, यूकेडी नेता धर्मवीर गुसाईं, प्रमोद डोभाल,अरविंद बिष्ट, अशोक तिवारी, सीमा रावत आदि शामिल थे।