कलकत्ता। पश्चिम बंगाल में उप चुनावों का ऐलान हो गया है। ऐसे में विधायक के बनने के लिए ममता बनर्जी एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतर रही हैं। दरअसल, ममता बनर्जी भवानीपुर से तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर चुनाव मैदान में उतरेंगी। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रियंका टिबरीवाल और वाम मोर्चे के श्रीजीब बिस्वास को चुनौती देंगी। भवानीपुर से चुनाव जीतने के लिए ममता बनर्जी पूरी दमखम लगा रही है। अगर वह विधायक नहीं बनीं तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है।
ममता के पास संपत्ति
30 सितंबर को भवानीपुर में उपचुनाव होंगे इसके लिए ममता बनर्जी ने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में ममता बनर्जी के पास 69255 कैश मौजूद होने की जानकारी दी गई है। इससे पहले जब उन्होंने नंदीग्राम विधानसभा चुनाव के लिए एफिडेविट दाखिल किया था तब उनके बैंक अकाउंट में करीब 1202356 रुपए जमा दिखाए गए थे। ममता बनर्जी के पास मात्र 9 ग्राम की ज्वेलरी है। इसके अलावा उनके पास नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के रूप में 18490 का निवेश है।
कैबिनेट मंत्री फिरहाद हाकिम ने पत्रकारों से कहा, ‘‘भवानीपुर के लोग रिकॉर्ड अंतर से ममता बनर्जी की जीत सुनिश्चित करके फिर से इतिहास लिखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वे नंदीग्राम में ममता दी को हराने के लिए रची गयी साजिश का बदला लेने का इंतजार कर रहे हैं।’’ टीएमसी समर्थकों ने ‘‘भवानीपुर को अपनी बेटी चाहिए’’ और ‘‘भवानीपुर में खेला होगा’’ जैसे नारों के साथ अपनी नेता का पुरजोर समर्थन किया। एक अन्य टीएमसी कार्यकर्ता ने कहा, ‘‘हमारे लिए चुनौती जीत हासिल करना नहीं है क्योंकि हम इसे लेकर आश्वस्त हैं। हमारे लिए चुनौती यह सुनिश्चित करना है कि दीदी रिकॉर्ड अंतर से जीत दर्ज करें।’’ बनर्जी भवानीपुर की निवासी हैं और उन्होंने 2011 तथा 2016 में दो बार इस सीट से जीत दर्ज की। वह इस साल अप्रैल-मई में हुए विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट से भाजपा नेता और पूर्व सहयोगी शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ीं और हार गयीं। हालांकि, बनर्जी लगातार तीसरी बार टीएमसी की सरकार बनाने में कामयाब रही। बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए भवानीपुर में जीत दर्ज करनी होगी।