नैनीताल: जिला मुख्यालय को निकटवर्ती नगर भवाली से रोकने वाली मुख्य सड़क गत 29 जुलाई को पाइंस के पास भूस्खलन से बंद सड़क को रविवार सुबह से पीछे की ओर से पोकलैंड मशीनों से काटकर चौड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है।
नगर से करीब 6 किलोमीटर दूर पाइंस से आगे यह सड़क करीब 20 से 25 मीटर पूरी तरह से खाई में समा गयी थी जबकि इसके आगे पीछे भी करीब 10 मीटर से अधिक लंबे क्षेत्र में दरारें आ गई हैं। इसके बाद इस मार्ग पर वाहनों के साथ ही पैदल गुजरना भी बंद हो गया है। इसके बाद भवाली आने-जाने वाले वाहनों को करीब 25 किलोमीटर अतिरिक्त चलकर गेठिया, ज्योलीकोट के रास्ते गुजरना और नैनीताल से भवाली का किराया बस से 25 व छोटे वाहनों से 30 रुपए की जगह अब बस से 80 व टैक्सियों से 100 रुपये देना पड़ रहा है।
इन स्थितियों के बीच मंडलायुक्त दीपक रावत ने शनिवार को इस मार्ग को तीन दिन के भीतर खोलने के आदेश दिए थे। डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि इसके बाद रविवार सुबह से सड़क को पीछे की ओर से पोकलैंड मशीनों से काटकर चौड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड के अधिशासी अधिकारी दीपक गुप्ता ने बताया कि स्थान पर खतरे को देखते हुए मशीन ऑपरेटर तैयार नहीं हो रहे थे। नैनीताल एवं भवाली रोड की गंभीरता को देखते हुए किसी तरह उन्हें मनाकर कार्य पर लगाया गया है।
पाइंस तक बस चलाने की मांग, कमिश्नर रावत ने दिए 3 दिन में सड़क बनाने के आदेश
नैनीताल-भवाली रोड के कल भूस्खलन से बंद हो जाने के बाद कैंट और पाइंस क्षेत्र के रहने वालों के लिए वाहन सुविधा पूरी तरह से ठप हो गई है। उनके पास करीब 4-5 किलोमीटर की दूरी पैदल चलने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में कुमाऊं विवि के पाइंस स्थित छात्रावास में रहने वाले डीएसबी परिसर के छात्रों ने पाइंस तक बस संचालन करने की मांग की है, और इस संबंध में छात्र नेता शुभम कुमार के नेतृत्व में जिला प्रशासन को आज ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में कहा गया है कि इन दिनों कुमाऊं विवि की परीक्षाएं चल रही हैं। पाइंस के समीप सड़क टूटने से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने छात्रों को समय पर परीक्षा देने में सुविधा के लिए नैनीताल व भवाली से पाइंस तक बस चलाने की मांग की है।
जबकि दूसरी ओर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने लोनिवि भवाली के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तीन दिन के भीतर भवाली-नैनीताल मार्ग को हल्के वाहनों के लिए खोला जाए। उन्होंने जिलेभर में बंद पड़ी दो दर्जन से अधिक सड़कों को भी जल्द से जल्द खोलने के निर्देश दिए हैं, ताकि क्षेत्रों में आवागमन के साथ ही आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को समय पर बहाल किया जा सके।