हरिद्वार: कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है और धर्मनगरी हरिद्वार बम-बम भोले के जयघोष से गूंजायमान है। हर कोई शिव की भक्ति में डूबा नजर आ रहा है। बुजुर्ग, युवा, महिलाएं एवं बच्चों तक ने कांधे पर कांवड़ उठायी हुई है। कांवड़ मेला शुरू होने के बाद से बीते 10 दिन में अनेक मुसलमान भी भगवान भोलेनाथ में आस्था व्यक्त करते हुए हरिद्वार से कांवड़ लेकर गए हैं, इनमें आज रवाना हुए बागपत के बाबू खान भी शामिल हैं।
दो साल बाद बिना किसी पाबंदी के कांवड़ यात्रा शुरू हुई है। अब तक 2 करोड़ 80 लाख से भी ज्यादा कांवडि़ए हरिद्वार से गंगाजल भर चुके हैं। इनमें कई मुसलमान भी शामिल हैं। बागपत के बाबू खान गंगा जल भरने के लिए कावड़ यात्री के रूप में हरिद्वार आए और आज कांवड़ उठाकर गंतव्य के लिए रवाना हुए।
बाबू खान ने बताया कि वह अनेक वर्षों से लगातार कांवड़ यात्रा कर रहे हैं, मगर बीते दो वर्ष से कोरोना के कारण यह यात्रा नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि पहली कांवड़ से दो साल पहले तक उन्होंने भगवान भोलेनाथ के नाम पर कांवड़ उठाई और अब वो माता पार्वती और भगवान गणेश के नाम की कांवड़ उठाकर अपने गांव बागपत जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो पूरे देश को हिंदू-मुस्लिम के एक होने का संदेश देना चाहते हैं।