उत्तराखंड : जोशीमठ अकेला नहीं है उत्तराखंड में, इसी तरह पौड़ी, बागेश्वर, उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग का भी यही हश्र हो सकता है। इन जिलों के स्थानीय लोगों को जोशीमठ जैसे हालात का भय है। टिहरी जिले के नरेंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र के अटाली गांव से होकर गुजरने वाली ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन ने स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अटाली के एक छोर पर भारी लैंडस्लाइड के कारण दर्जनों मकानों में दरारें आ गई हैं। गांव के दूसरे छोर पर सुरंग में चल रहे ब्लास्टिंग के कारण घरों में भी भारी दरारें आ गई हैं। अटाली निवासीयों का कहना है कि टनल में जब दिन और रात में ब्लास्टिंग होती है तो उनका घर हिलने लगता है। प्रभावित परिवारों में से कुछ अपने बच्चों के साथ रात के अंधेरे में बाहर निकलने को विवश हैं। अपर जिलाधिकारी टिहरी और एसडीएम नरेंद्रनगर ने भी सभी प्रभावित परिवारों के साथ बैठक की। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन हर छह माह में बैठक करता है लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।