देहरादून: उत्तराखंड में चकराता के कानासर रेंज में बड़ी संख्या में अवैध तरीके से देवदार के पेड़ों को काटने का मामला सामने आया है। देवदार की लकड़िया भी बरामद हुई हैं। इसके बाद इस मामले में कई विभागीय कर्मचारी सस्पेंड किए गए हैं। चकराता वन प्रभाग के कनासर रेंज मे अवैध पेड़ के बड़े कटान के बाद देहरादून में हड़कंप मच गया है। मामले में कर्मचारियों को निलंबित कर रेंजर को बागेश्वर अटैच किया गया है।
टीम को सूचना मिली थी कि चकराता वनप्रभाग के कनासर रेंज मे देवदार के पेड़ों का अवैध तरीके से कटान हुआ है। इसके बाद बीते दिनों वन विभाग की टीम ने कनासर रेंज में छापेमारी की जिसके लिए कई टीम बुलाई गई थी। टीम ने जो वहां देखा, वह वाकई चौंकाने वाला था। यहां लंबे समय से संरक्षित प्रजाति के देवदार और केल के पेड़ काटे जा रहे थे। टीम ने छापेमारी मे तकरीबन 3000 देवदार और केल के स्लीपर बरामद की। बताया जा रहा है कि चकराता से बीजेपी के विधायक प्रत्याशी रामशरण नौटियाल के वीडियो जारी करने के बाद विभाग हरकत में आया।
इस दौरान टीम ने एक गांव के पास स्टोर और राजकीय विद्यालय से भारी मात्रा में लकड़ी की खेप बरामद की। उधर प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक की मानें तो मामले में सख्त कार्यवाही की जा रही है। जांच की प्राइमरी रिपोर्ट के आधार पर अवैध कटान मे संलिप्त 2 कर्मचारियों को ससपेंड कर रेंजर महेंद्र गोसाई को बागेश्वर अटैच किया गया है। जांच पूरी होने पर जिन जिन के नाम सामने आएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगा। जानकारी के अनुसार वन विभाग को पुख्ता इनफार्मेशन मिली कि मामले में वन कर्मियों की मिलीभगत के साथ पूरा माफिया गिरोह भी शामिल हो सकता है। कनासर में देवदार की अच्छी प्रजाति पाई जाती है। और इसकी कीमत मार्किट में अधिक है। जानकारी के अनुसार यहां लंबे समय से संरक्षित प्रजाति के देवदार और केल के पेड़ काटे जा रहे थे और विभाग इससे अनजान बन रहा।
आईएएनएस