बागेश्वर: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में बागेश्वर के योगदान के बारे में अब आप किताबों से जान पाएंगे। बागेश्वर के वीर जवानों की वीरगाथा से लोगों को परिचित कराती हुई एक नई किताब बाजार में आ गई हैं। पुस्तिका का विमोचन कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने किया। पुस्तक में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग, साहस और बलिदान की अमर गाथा को पिरोया गया है। संकलन और संपादन प्रवक्ता रवि कुमार जोशी ने किया है।
कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत डायट ने कौसानी से बागेश्वर तक की पद यात्रा की। दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों स्वजनों को सम्मानित किया। घटित प्रमुख घटनाओं की छानबीन की।
पुस्तक का नाम भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में बागेश्वर का योगदान है। बागेश्वर के वीर सपूतों के बलिदान को इस किताब में बताया गया है। इन अनसुनी कहानियों को पुस्तक के रूप में प्रकाशित कर देश के नौनिहालों, छात्र-छात्राओं और जन सामान्य के सम्मुख लाया गया है। इस किताब को पढ़कर आने वाली पीढ़ी अपने संघर्षमयी और गौरवमयी इतिहास से परिचित होकर गर्व की अनुभूति कर सकेंगे।
इस किताब में जिले के 124 सेनानियों की सूची है। इन वीर सेनानियों ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में अपना योगदान दिया था। जिले का इतिहास, भूगोल, अर्थजगत, संस्कृति, कला, साहित्य और तीज त्योहारों को भी पुस्तक में स्थान दिया है।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष बसंतीर देव, पूर्व विधायक बलवंत सिंह भौर्याल, जिलाधिकारी अनुराधा पाल, मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी गजेंद्र सौन, डायट प्राचार्य डा. केएस रावत, डा. शैलेंद्र धपोला, डा. संदीप कुमार जोशी, डा. बीडी.पांडे, डा. प्रेम सिंह मावड़ी, कैलाश प्रकाश चंदोला आदि उपस्थित रहे।