नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम उत्तराखंड विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में है। असदुद्दीन ओवैसी के द्वारा उत्तराखंड चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से राज्य की सियासत तेज हो गई है। माना जा रहा है कि उत्तराखंड में इस बार का मुकाबला कांटे का हो सकता है। अब तक राज्य में मुख्य लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच होती रही है। लेकिन आम आदमी पार्टी और अब एआईएमआईएम के चुनाव लड़ने के दावे के बाद से मुकाबला दिलचस्प हो जाने की उम्मीद है।
एआईएमआईएम उत्तराखंड में 70 में से 22 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड के एआईएमआईएम अध्यक्ष डॉक्टर नैयर काजमी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अगले कुछ दिनों में राज्य का दौरा कर सकते हैं। उनके मुताबिक पार्टी पूरी दमखम के साथ राज्य में चुनाव लड़ेगी और 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। असदुद्दीन ओवैसी के इस ऐलान के बाद से राज्य में की राजनीति तेज हो गई है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी की अल्पसंख्यक मतदाताओं पर अच्छी पकड़ मानी जाती है। ऐसे में अगर उनकी पार्टी उत्तराखंड में चुनाव लड़ती है तो उधम सिंह नगर, देहरादून, हरिद्वार और हल्द्वानी में मुसलमानों की संख्या अच्छी खासी है।
आपको बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश चुनाव में 100 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर चुके हैं। इसके साथ ही वह ओमप्रकाश राजभर के पार्टी के साथ गठबंधन में है। पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी 5 सीटों पर जीत हासिल की थी। पश्चिम बंगाल में भी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने चुनाव लड़ा था हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली थी।