हरिद्वार। स्वामी विवेकानंद जयंती की पूर्व संध्या पर नेहरू युवा केंद्र हरिद्वार द्वारा जिला युवा अधिकारी हिमांशु सिंह के संयोजन में वर्चुअल संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें नेहरू युवा केंद्र उत्तराखंड के राज्य निदेशक अपूर्व शिंदे ने बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारत के आध्यात्मिक चिंतन की प्रतिमूर्ति थे, उन्होंने भारत ही नहीं विश्व को कर्म योग का संदेश दिया। विवेकानंद एक ऐसे महापुरुष थे जिनके दिखाए मार्गों पर आज भारत के नौजवानों को चलने की आवश्यकता है। स्वामी विवेकानंद ने वैज्ञानिक अध्यात्मवाद की आधारशिला रखी, वह अपने द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्यों के लिए युगो युगो तक जाने जाएंगे। कार्यक्रम में वक्ता के तौर पर शामिल हुए गौतम खट्टर ने कहा 1993 की शिकागो में आयोजित धर्मसभा में स्वामी विवेकानंद द्वारा मेरे अमेरिकी भाइयों और बहनों बोल कर दिया गया संबोधन विश्व इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित है, जो भारतीय संस्कृति की मूल भावना वसुधैव कुटुंबकम को चरितार्थ करता है।
साथ ही उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केंद्र हरिद्वार स्वामी विवेकानंद के विचारों को धरातल पर उतारने हेतु जिला युवा अधिकारी तथा स्वयंसेवी ओं के सहयोग से निरंतर प्रतिबद्ध है। महिम तिवारी ने कहा कि भारत के गौरवशाली अतीत सामर्थ्य में वर्तमान और स्वर्णिम भविष्य की परिकल्पना स्वामी विवेकानंद के विचारों के बिना नहीं की जा सकती। उन्हें प्रतिवर्ष याद करना महज कोई औपचारिकता निभाना नहीं है बल्कि उसका एक सार्थक लक्ष्य तथा उद्देश्य है। अक्षी गौड़ ने बताया कि विवेकानंद भारतीय संस्कृति को विश्व पटल पर गौरव दिलाने में अग्रणी रहे। यदि भारत के 70 करोड़ युवा विवेकानंद के एक विचार को भी अपने जीवन में आत्मसात करें तो भारत को पुनः विश्व गुरु बनने से कोई शक्ति रोक नहीं सकती। कार्यक्रम का संयोजन कर रहे जिला युवा अधिकारी हिमांशु सिंह ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि नेहरू युवा केंद्र हरिद्वार लगातार विभिन्न महापुरुषों की जयंती के शुभ अवसर पर इस प्रकार के छोटे-बड़े कार्यक्रम आयोजित करता रहता है। जिसमें केंद्र का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले युवक-युवतियों को मंच प्रदान करने की होती है और आगे भी केंद्र इस प्रकार के कार्यक्रम करता रहेगा। कार्यक्रम में आयुष तिवारी, नमामि गंगे परियोजना के जिला परियोजना अधिकारी श्री हिमांशु परगाई, श्रेयांश चौहान आदि युवा शामिल रहे।