लखनऊ: बामसेफ, डीएस-फोर एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक कांशीराम के सभी अनुयाई उनके बताये हुये रास्तों पर चलें और बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के अधूरे़े कार्यों को पूरा करने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करें, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इसी में ही सर्वसमाज का हित निहित व भविष्य भी सुरक्षित है।
यह बातें रविवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कांशीराम जी को उनकी 16वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने के दौरान कही।
मायावती ने कहा कि देश के बहुजन समाज के गरीब, पिछड़े एवं उपेक्षित लोग, आज़ादी के बाद के 75 वर्षों के लम्बे इतिहास काल के दौरान अपना संवैधानिक व कानूनी हक मांगते-मांगते काफी परेशान हो चुके हैं। और अब अपनी पूरी ताकत व शिद्दत के साथ ‘हुकमरान समाज’ बनने के मिशनरी अभियान में मुस्तैदी के साथ जुट जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब जागो तब सवेरा अर्थात् खासकर उत्तर प्रदेश में आने वाला निकाय चुनाव सहित अगला कोई भी चुनाव आपकी आजमाइश एवं चुनौती हो सकता है, जिसकी तैयारी व सफलता बहुत कुछ परिवर्तन की राह आसान कर सकती है। यही आज के दिन का संदेश है जिसे संकल्प के रूप में अंगीकार करके आगे बढ़ना है।
बसपा सुप्रिमो ने कहा कि वैसे भी इस प्रकार के लक्ष्यों की प्राप्त के दौरान कठिन चुनौतियों की घड़ी सामने आती रहती है, जिससे निराश व हताश हुए बिना ही केवल अपने आप पर ही पूरा-पूरा भरोसा करके पूरे तन, मन, धन के साथ संघर्ष में तीव्रता के साथ लगे रहना है। कौन कहां आया, कौन कहां गया, ऐसे निजी स्वार्थी लोगों की परवाह किए बिना आपको अपना कदम मजबूती के साथ आगे बढ़ाते रहना है। बहुजन मूवमेन्ट कल भी जीवित व जीवन्त था, आज भी है और आगे भी ऐसा ही रहेगा।
उल्लेखनीय है कि मायावती ने रविवार सुबह बसपा उत्तर प्रदेश स्टेट यूनिट कार्यालय-12 माल एवेन्यू में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ कांशीराम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। साथ ही कांशीराम के स्मारक स्थल पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।