तेहरान: ईरान के दक्षिणी होर्मोजगान प्रांत में शनिवार तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इस दौरान कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए।
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी इरना के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र खाड़ी के पास बंदरगाह शहर बंदर खमीर के आसपास रहा। भूकंप से इलाके में कई घर नष्ट हो गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक दक्षिणी ईरान में शनिवार तड़के करीब 3 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.0 रही।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक चीन के झिंजियांग में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। यहां रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 रही। फिलहाल किसी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।
ऐसे आता है भूकंपः भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं। यह लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। इसकी वजह से धरती हिलती है। इसे ही भूकंप कहा जाता है।
भूकंप की श्रेणीः रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा गया है। यह भूकंप महसूस नहीं होते। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना रिकार्ड किए जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं। इन्हें भी सामान्य तौर पर महसूस नहीं किया जा सकता। वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं। ऐसे भूकंप एक साल में 49,000 बार आते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं। यह पूरी दुनिया में एक साल में करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किए जाते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है और इनसे घर का सामान हिलता नजर आता है। हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है।