नई दिल्ली: प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) में कथित कट्टरपंथ और युवतियों की भर्ती से जुड़े एक मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा पांच लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है।
एजेंसी ने एक बयान में कहा कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एक विशेष एनआईए अदालत के समक्ष सोमवार को आरोप पत्र दायर किया गया। विशाखापत्तनम पुलिस ने इस साल की शुरुआत में मामला दर्ज किया था और बाद में एनआईए ने इसे फिर से दर्ज किया था। यह भाकपा (माओवादी) कैडर में एक युवती राधा की भर्ती से संबंधित है।
एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा, “(पुलिस) शिकायत में लगाए गए आरोप ने संकेत दिया कि आरोपी डोंगरी देवेंद्र, दुबासी स्वप्ना और चुक्का शिल्पा ने राधा को चैतन्य महिला संघ (सीएमएस) में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और बाद में उसे कट्टरपंथी बना दिया तथा भूमिगत माओवादियों, आरके (अब मृत) उदय, अरुणा आदि के नेतृत्व में प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) में भर्ती करा दिया।”
प्रवक्ता ने कहा कि जांच में पाया गया कि देवेंद्र, राधा को चिकित्सा सहायता देने के बहाने जंगल में ले गया था और उदय और अरुणा ने उसे प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने के लिए मजबूर किया। एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि आरोपी ने भाकपा (माओवादी) में कुछ अन्य लड़कियों को भर्ती किया था और कई अन्य को भर्ती करने का प्रयास किया था।
प्रवक्ता ने कहा कि देवेंद्र ने सामाजिक कार्य की आड़ में “भोली” युवा लड़कियों को सीएमएस की ओर आकर्षित किया। एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि बड़ी साजिश में सीएमएस और संगठन के अन्य नेताओं की भूमिका की जांच की जा रही है।