नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को सभी राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
23-24 सितंबर को आयोजित किए जा रहे दो दिवसीय सम्मेलन में छह विषयगत सत्र होंगे, जिनमें लाइफ, कॉम्बैटिंग क्लाइमेट चेंज (उत्सर्जन के शमन के लिए जलवायु परिवर्तन पर राज्य कार्य योजनाओं को अपडेट करना और जलवायु प्रभावों के अनुकूलन), सिंगल विंडो सिस्टम पर ध्यान केंद्रित करना, वानिकी प्रबंधन, प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण, वन्यजीव प्रबंधन और प्लास्टिक व अपशिष्ट प्रबंधन पर चर्चा होगी।
इसमें अवक्रमित भूमि की बहाली और वन्यजीव संरक्षण पर विशेष जोर देने के साथ वन क्षेत्र को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि मुख्य रूप से राज्य के नीति निर्माताओं के साथ इस तरह के राष्ट्रीय सम्मेलनों में प्रधानमंत्री की भागीदारी सहकारी संघवाद की भावना को पोषित करते हुए राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य और दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए एक स्पष्ट पैटर्न और सचेत प्रयास का अनुसरण करती है।
इस तरह के राष्ट्रीय सम्मेलनों के आयोजन के माध्यम से टीम इंडिया की भावना को पोषित करने में मोदी के नेतृत्व को कोविड महामारी के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ समय-समय पर बैठकें करके सबसे अच्छा उदाहरण दिया जा सकता है।
एक अधिकारी ने कहा, मार्च 2020 से अप्रैल 2022 तक पीएम ने ऐसी 20 बैठकों की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री का मानना है कि महामारी से उत्पन्न चुनौती से केंद्र और राज्यों द्वारा समन्वित कार्रवाई से ही निपटा जा सकता है।