हरिद्वार: कन्या गुरुकुल परिसर में शनिवार को पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण जागरूकता अभियान के अन्तर्गत स्वयं सेविकाओं के मध्य प्रश्नोत्तरी, पोस्टर प्रतियोगिता एवं आशुभाषण इत्यादि कराए गये। इस अवसर पर कन्या गुरुकुल परिसर में पौधरोपण किया और सभी ने पौधरोपण के कार्य में अपना सहयोग दिया।
पोस्टर प्रतियोगिता में अर्षदीप ने प्रथम, नेहा दत्त ने द्वितीय एवं आयुषी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रश्नोत्तरी में फॉरेस्ट टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। आशु भाषण में प्रियंका ने प्रथम, सृष्टि द्वितीय एवं प्रांजली ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कोऑर्डिनेटर कन्या गुरुकुल परिसर हरिद्वार, पर्यावरण विभाग की प्रभारी प्रो नमिता जोशी ने कहा कि प्रदूषण में वृद्धि, प्राकृतिक स्रोत में तेजी से कमी का मुख्य कारण है, इससे न केवल वन्यजीवों और पेड़ों को नुकसान हुआ है बल्कि इनके द्वारा ईको सिस्टम को भी बाधित हुआ है। आधुनिक जीवन के इस व्यस्तता में हमें कुछ बुरे आदतों को बदलना आवश्यक है जो हम दैनिक जीवन में करते हैं। यह सत्य है कि नष्ट होते पर्यावरण के लिए हमारे द्वारा किया गया छोटा प्रयास बड़ा सकारात्मक बदलाव कर सकता है। हमें अपने स्वार्थ की पूर्ति तथा विनाशकारी कामनाओं के लिए प्राकृतिक संसाधनों का गलत उपयोग नहीं करना चाहिए।
कार्यक्रम समन्वयक प्रो. मोहर सिंह मीणा ने कहा कि भविष्य में अगर हम अपने आसपास के वातावरण को साफ, सुंदर और उपयोगी देखना चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें अपने पर्यावरण के साथ जंगली जानवरों जैसा बर्ताव करना बंद करना होगा।
कार्यक्रम अधिकारी डा. संगीता मदान ने छात्राओं को पर्यावरण सम्बन्धी जानकारी दी। उन्हाेंने बताया कि प्रदूषण से पर्यावरण ही नहीं पूरे विश्व को खतरा है।
संचालन डॉ. संगीता मदान ने किया। प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में निर्णायक मण्डल के रूप में डॉ संगीता मदान ने पोस्टर प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल के रूप में विवेक आर्य, आशु भाषण के निर्णायक मण्डल के रूप में प्रो. नमिता जोशी एवं डॉ. भारत वेदालंकार ने कार्य किया। कार्यक्रम के संचालन में शोध छात्रा नितिका, शांता राजपूत, राजेश, तरुण कुमार, आशा देवी चौहान ने सहयोग किया।