ऋषिकेश। जय बदरी विशाल, हर-हर महादेव व जय मां गंगे के जयघोष के साथ उत्तराखंड हिमालय की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का सोमवार को श्रीगणेश हो गया है। चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार तीर्थनगरी से बड़ी संख्या में श्रद्धालु विभिन्न बसों के माध्यम से चारधाम यात्रा के लिए रवाना हुए।
कोरोना महामारी के चलते दो वर्ष बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में अपार उत्साह है। सोमवार को परिवहन व्यवसायियों की ओर से आयोजित चारधाम यात्रा महोत्सव के तहत बस टर्मिनल कंपाउंड से चारधाम यात्रा के लिए बसों को रवाना किया गया। मुख्य अतिथि राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, पालिकाध्यक्ष अनीता ममगाईं व महामंडलेश्वर डा. स्वामी रामेश्वर दास महाराज ने बसों को हरी झंडी दिखाकर विधिवत रूप से चारधाम यात्रा का शुभारंभ किया।इससे पूर्व कार्यक्रम में तीर्थ यात्रियों तथा परिवहन व्यवसायियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने चारधाम यात्रा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सबसे अहम यात्रा है। कोरोना महामारी के दुखद दौर के बाद चारधाम यात्रा आरंभ होना और यात्रा के प्रति तीर्थ यात्रियों का अपार उत्साह सुखद है। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सरकार ने समुचित व्यवस्थाएं की हैं।उन्होंने यात्रियों से तीर्थस्थलों की मर्यादा व गरिमा को बनाए रखने की अपील की। महापौर अनीता ममगाईं ने कहा कि वर्षों से हम अतिथि देवो भावरू की परंपरा के साथ तीर्थ यात्रियों का स्वागत करते आएं हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि चार धाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधाएं प्रदान कर सकें। कहा कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी के चलते दो वर्षों तक चारधाम यात्रा ठप रही, जिसका बड़ा असर उत्तराखंड के परिवहन व्यवयायियों पर पड़ा।