हरिद्वार। हाल ही में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बने कैलाशानंद गिरी का कहना है कि कुंभ के आयोजन के लिए प्रदेश सरकार के अधिकारियों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क स्थापित करना चाहिए। उनका कहना है कि निरंजनी अखाड़े ने कुंभ का आगाज कर दिया है।
आचार्य कैलाशानंद गिरी अपने दक्षिणी काली मंदिर में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। हरिद्वार कुंभ 2021 की तैयारियों की धीमी गति पर अखाड़ा परिषद कई बार अपनी नाराजगी भी जता चुका है। वहीं एक दिन पूर्व जूना अखाड़े के संतों ने भी अखाड़े की छावनी में कार्य शुरू ना होने के चलते मेला भवन का घेराव भी किया था।
अब निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कुंभ के आयोजन पर कुंभ प्राधिकरण के अफसरों को मुख्यमंत्री योगी से संपर्क स्थापित करने की सलाह दी है। साथ ही कहा है कि राज्य और केंद्र सरकार को चाहिए कि वह अखाड़ा परिषद के साथ बैठक करें ताकि कुंभ को बिना किसी रुकावट के आयोजित किया जा सके।
निरंजनी अखाड़े के आचार्य पद पर बैठने के बाद अपनी भावी योजनाओं के विषय में बताते हुए कैलाशानंद गिरी ने कहा कि सबसे पहले उनका लक्ष्य कुंभ में नागा साधुओं और संन्यासियों को बनाने का है। इसके साथ-साथ ऐसे महामंडलेश्वर बनाएंगे, जो पढ़े-लिखे होने के साथ-साथ धर्म और परंपराओं के संवाहक हों। उन्होंने बताया कि कुंभ के दौरान एक सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा।
समारोह में हिंदू धर्म और भारतीय परंपराओं के संवाहकों को सम्मानित किया जाएगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुंभ के बाद वे अपने आश्रम के 60 भक्तों के साथ भारत भ्रमण पर निकलेंगे।