देहरादून: अब उत्तराखंड और हरियाणा खेलों को बढ़ावा देने के लिए लिए एक दूसरे के लिए सहयोगी बनकर कार्य करेंगे। इसी के तहत सोमवार को दोनों राज्यों के अधिकारियों ने अपनी-अपनी कार्ययोजना को साझा किया।
सोमवार को पंचकुला स्थित खेल विभाग, हरियाणा के मुख्यालय में प्रदेश के विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने मुख्यमंत्री व खेलमंत्री के निर्देश पर हरियाणा खेल विभाग के अधिकारियों संग बैठक में विचार विमर्श किया। इस दौरान दोनों राज्यों के अधिकारियों ने अपनी-अपनी कार्ययोजना को साझा किया। बैठक के पश्चात उत्तराखंड के अधिकारियों की ओर से ताऊ देवी लाल खेल परिसर, पंचकुला का भी निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही अवस्थापना सुविधाओं एवं उनके संचालन के सम्बन्ध में जानकारी ली गई।
हरियाणा राज्य में संचालित खेल प्रशिक्षण कार्यक्रमों,प्रशिक्षकों की तैनाती खेल अवस्थापना सुविधाओं का विकास एवं उनका अनुरक्षण, खेल नर्सरियों की स्थापना, खिलाड़ियों के कल्याणार्थ संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके साथ ही खेलों में उच्च प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राजकीय सेवा में नियुक्ति देने संबंधी प्रक्रिया पर विस्तार से प्रस्तुतिकरण दी गई।
उत्तराखंड की नई खेल नीति की दी जानकारी-
विशेष प्रमुख सचिव की ओर से उत्तराखंड की की नई खेल नीति व छात्रवृत्ति योजनाओं के संबंध में जानकारी दी गई। हरियाणा राज्य की ओर से छात्रवृत्ति के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर खेल नर्सरियां विकसित करने की सुझाव दिया गया। जिससे स्थानीय स्तर पर किशोर-किशोरियों को खेल संबंधी प्रशिक्षण प्राप्त हो सके और वे उच्च स्तरीय प्रशिक्षण के लिए तैयार हो सके।
बैठक में खेल निदेशक अभिनव कुमार, गिरधारी सिंह रावत संयुक्त निदेशक, डॉ.धर्मेन्द्र प्रकाश भट्ट और हरियाणा राज्य की ओर से निदेशक खेल पंकज नैन, आईपीएस एवं अपर निदेशक खेल विवेक पदम सिंह शामिल हुए।