देहरादून: अमेरिकन टॉवर कॉर्पोरेशन की वैश्विक परोपकारी शाखा, अमेरिकन टॉवर फाउंडेशन ने एटीसी सीएसआर फाउंडेशन के माध्यम से पूरे भारत में जरूरतमंद लोगों को किराना किट उपलब्ध कराने के लिए अग्रणी मानवतावादी संगठन, अक्षय पात्र फाउंडेशन के साथ साझेदारी की है और अनुदान स्वरूप किराना किट प्रदान किए हैं। इस कार्यक्रम के तहत देश भर में 31 जगहों पर उन 19 लाख लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया, जिनके परिवार वर्तमान कोविड-19 महामारी का दुष्प्रभाव झेल रहे हैं। इन लोगों में दिहाड़ी मजदूर, ठेके पर काम करने वाले कामगार और प्रवासी मजदूरों की आबादी शामिल है, जिन्हें इस महामारी की वजह से मजबूर होकर पलायन करना पड़ा है और फिलहाल बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं।
पूरे देश में किराना किट वितरित करने का यह अभियान लगभग 35 दिनों तक जारी रहा और इसके माध्यम से तकरीबन 45000 परिवारों को फायदा मिला। विभिन्न राज्यों में वितरित किए गए राशन किट का संख्या के अनुसार विभाजन – दिल्ली-एनसीआर- 4400, हरियाणा- 3200, पंजाब- 1800, उत्तर प्रदेश- 1600, उत्तराखंड- 1000, बिहार- 3000, असम- 2000, ओडिशा- 2000, राजस्थान- 4000, गुजरात- 4000, महाराष्ट्र- 6000, कर्नाटक- 7000, आंध्र प्रदेश- 1000, तेलंगाना- 1000, छत्तीसगढ़- 2000, तमिलनाडु- 1000 देशव्यापी लॉकडाउन की शुरुआत में, शहरों से पलायन करने वाले और कमजोर तबके के लोगों के लिए सहायता की बरसात हो रही थी। लेकिन देश में लॉकडाउन हटाए जाने के बाद से इस तरह की सहायता में बड़े पैमाने पर कमी आई है। हालांकि, ऐसे लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद हैंदृ खासकर प्रवासी मजदूरों के बीच, जिन्हें अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है और जिनकी जमा-पूंजी पूरी तरह खत्म हो चुकी है।
इस मौके पर एटीसी के ईवीपी और प्रेसीडेंट एशिया अमित शर्मा ने कहा, “आज पूरी दुनिया इस अभूतपूर्व महामारी का सामना कर रही है, लेकिन इसका सबसे बुरा असर उन लोगों पर पड़ा है जो आर्थिक रूप से बेहद कठिन हालात का सामना करने को मजबूर हैं और उनके लिए अपने परिवार को दो वक्त की रोटी खिलाना भी मुश्किल हो गया है। कारोबारी और व्यापक सामाजिक बिरादरी से हमेशा जुड़े रहने वाले एक सदस्य के तौर पर, अमेरिकन टॉवर कॉर्पोरेशन कोविड राहत कार्यों में अपना सहयोग देने के साथ-साथ असुरक्षित व कमजोर समुदायों को अपने एनजीओ पार्टनर, अक्षय पात्र फाउंडेशन के माध्यम से किराना एवं राशन किट उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध है। इस मुहिम को कामयाब बनाने में जमीनी स्तर पर सहायता प्रदान करने के लिए, हम राज्य सरकारों तथा जिला एवं स्थानीय प्राधिकरणों के शुक्रगुजार हैं।“ प्रत्येक फूड किट में चावल, गेहूं का आटा, चीनी, दालें, खाना पकाने का तेल और नमक शामिल है।