देहरादून: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बनाम उत्तराखंड सरकार मॉडल पर खुली बहस के लिए सोमवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री व आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया देहरादून स्थित ऑडिटोरियम पहुंचे।
मनीष सिसोदिया ने आईआरडीटी ऑडिटोरियम में उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का करीब 40 मिनट तक इंतजार किया। जिसके बाद मनीष सिसोदिया चले गए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मदन कौशिक के न आने से यह साफ हो गया है कि अगर जीरो वर्क मुख्मयंत्री त्रिवेंद्र सरकार ने कुछ काम किया होता तो वह सामने आकर बताते।
उन्होने कहा कि भारत की संस्कृति चुनौती का सामना करने वाली है, जबकि भाजपा की संस्कृति चुनौती देकर भाग जाने की है। जिसके बाद मनीष सिसोदिया मुख्मयंत्री त्रिवेंद्र सरकार के विधानसभा क्षेत्र डोईवाला के जीवनवाला, लालतप्पड़ में एक सरकारी स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे।
मनीष सिसौदिया ने स्कूल की दशा देखी और कहा कि जब सीएम की विधानसभा के सरकारी स्कूल का यह हाल है तो फिर बाकी प्रदेश के स्कूल की हालत का अनुमान लगाया जा सकता है। कहा कि अब वो सरकार से 2022 में विकास के हाल पूछेंगे।
आप सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं रविवार को उत्तराखंड रवाना होने से पहले आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता व दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि त्रिवेंद्र सरकार को सौ काम बताने की जरूरत नहीं है।
सिर्फ पांच वो काम बताए, जो चार साल में किए हों और उसका लाभ उत्तराखंड के लोगों को मिला हो।सिसोदिया ने कहा कि उत्तराखंड के लोग त्रिवेंद्र सरकार से बहुत दुखी हैं।
प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस की मिली जुली सरकार चल रही है। मुख्यमंत्री भाजपा का है और मंत्री कांग्रेस के हैं। जनहित में सरकार ने कोई काम नहीं किया। अब प्रदेश के लोग यह कहने लगे है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह जीरो वर्क सीएम हैं।