नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 मई से 3 देशों की यात्रा पर जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 2022 में यह पहला विदेश दौरा है। खबर के मुताबिक प्रधानमंत्री का यह दौरा 3 दिनों का होगा जिसमें वे 25 कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मोदी के इस दौरे की सबसे खास बात तो यह भी है कि वह 7 देशों के 8 दिग्गज नेताओं से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जर्मनी के संघीय चांसलर और ओलाफ शोल्ज के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डेनमार्क के प्रधानमंत्री के साथ भी वार्ता करेंगे। कुल मिलाकर देखें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा काफी व्यस्त रहने वाला है। 3 देशों के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग 65 घंटे का वक्त विदेश में बिताएंगे।
इसके अलावा मोदी 50 वैश्विक व्यवसायियों से भी बातचीत करेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री भारतीय मूल के हजारों लोगों से संवाद करेंगे। मोदी दो मई को जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। उनकी यह यात्रा ऐसे समय होगी, जब यूक्रेन संकट जारी है और रूस की कार्रवाई ने लगभग पूरे यूरोप को उसके विरुद्ध एकजुट कर दिया है। प्रधानमंत्री पहले जर्मनी जाएंगे, उसके बाद डेनमार्क और फिर चार मई को वापसी में कुछ समय के लिए पेरिस में रुकेंगे। भारत और जर्मनी ने 2021 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 साल पूरे किए और दोनों देश 2000 से रणनीतिक साझेदार रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा व्यापक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने और दोनों सरकारों के लिए आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का एक अवसर होगी।
मोदी जर्मनी और डेनमार्क में एक-एक रात जबकि दो रातें उड़ान में बिताएंगे। पेरिस में मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ बातचीत करेंगे, जिन्हें राष्ट्रपति के चुनाव में कड़े संघर्ष के बाद दोबारा विजय मिली है। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि बर्लिन में प्रधानमंत्री मोदी जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज से मुलाकात करेंगे और दोनों नेता भारत-जर्मनी अंतरसरकारी संवाद (आईजीसी) के छठे संस्करण की सह अध्यक्षता करेंगे। शोल्ज के साथ मोदी की यह पहली बैठक होगी।