देहरादून। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में प्रदेश महिला नेत्रियों नें अघोषित बिजली कटौती के विरोध में उर्जा भवन में नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया तथा ज्ञापन प्रेषित किया। ज्योति रौतेला नें कहा की विधानसभा चुनाव में भाजपा नेताओं नें 24 घंटे बिजली देने का वायदा किया था। लेकिन, चुनाव जीतते ही इसके विपरीत आचरण करनें का काम किया। अघोषित बिजली कटौती का असर राज्य में उद्योग, ग्रामीण क्षेत्रों समेत छोटे शहरों पर पड़ रहा है। प्रतिदिन 4 से 8 घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। उन्हांेने कहा की इन दिनों बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, बिजली कटौती के कारण छात्र-छात्राएं अपनी परीक्षा की तैयारी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। गर्मी में घंटों तक बिजली आपूर्ति नहीं होने के कारण लोग परेशान हैं, उद्योग बुरी तरह प्रभावित हैं जिससे बेरोजगारी बढ़ रही है।
-भाजपा सरकार बनते ही तोहफ़े स्वरूप बिजली के दामों को भारी इजाफा किया है। अब जनता को बिजली के ज्यादा दाम देने पड़ेंगे. विद्युत नियामक आयोग ने बिजली दरों का टैरिफ प्लान जारी किया है. उत्तराखंड में बिजली दरों में 2.68 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है. गरिबि रेखा से नीचे की श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए चार पैसा प्रति किलोवाट दाम बढ़े हैं. डोमेस्टिक श्रेणी में 15 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई. कमर्शियल श्रेणी में 16 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि हुई. इंडस्ट्रीज श्रेणी में 15 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है. राज्य सरकार ने नए कनेक्शन की दरों में भी बढ़ोतरी की है. नए कनेक्शन लेने में 60 से 80 रुपये की बढ़ोतरी हुई। अघोषित बिजली कटौती से जनता कर रही त्राहिमाम, 24 घण्टे लो वोल्टिज और बार बार ट्रिपिंग की समस्या से जनता बेहाल है। उन्होनें कहा प्रदेष में हो रही बिजली कटौती से प्रदेश के किसान परेशान है, उर्जा प्रदेश के नाम से देशभर में प्रसिद्ध उत्तराखण्ड अब अपनें निवासियों को भरपूर बिजली नहीं दे पा रहा है जिससे यह प्रतीत हो रहा है की राज्य सरकार का प्रबंधन पूर्ण रूप से फेल हो गया है।