चंडीगढ़। पंजाब के अधिकारियों की आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ हुई बैठक को लेकर आलोचना का सामना कर रहे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को इन आरोपों को खारिज कर दिया कि उनकी सरकार दिल्ली से ‘रिमोट कंट्रोल’ से चलाई जा रही है। मान ने कहा कि उन्होंने ही अधिकारियों को दिल्ली के मुख्यमंत्री से मिलने भेजा था और उन्हें (अधिकारियों को) वह अन्य राज्यों में भेजना जारी रखेंगे ताकि वे पंजाब में लागू की जा सकने वाली कोई भी चीज सीख सकें।
गौरतलब है कि पंजाब में नवगठित आप सरकार को विपक्षी दलों की आलोचना का सामना करना पड़ा है, जिन्होंने बैठक को राज्य के मामलों में हस्तक्षेप और संघवाद का उल्लंघन करार दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री को ‘रबर स्टाम्प’ बताया है। वहीं, मान ने बैठक का बचाव करते हुए जालंधर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं सभी फैसले ले रहा हूं। ’’ दिल्ली में राज्य के अधिकारियों के साथ केजरीवाल द्वारा की गई बैठक में उनके उपस्थित नहीं होने के बारे में पूछे जाने पर मान ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें (अधिकारियों को) भेजा था। प्रशिक्षण के लिए, यही अधिकारी गुजरात और तमिलनाडु भी गये थे। यदि पंजाब के फायदे के लिए हमें उन्हें इजराइल भेजना होगा, तो मैं उन्हें वहां भी भेजूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में, मैं अपने अधिकारियों को दिल्ली, गुजरात, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु भेजूंगा।’’ मान ने कहा, ‘‘यदि मैं पश्चिम बंगाल में कुछ चीज अच्छी पाऊंगा तो अपने अधिकारियों को वहां भेजूंगा। यदि मैं गुजरात में कुछ चीज अच्छी पाऊंगा तो मैं उन्हें वहां भी भेजूंगा। ’’ उन्होंने कहा कि जिस ‘‘अच्छी खबर’’ के बारे में उन्होंने पूर्व में संकेत दिया था, उसकी घोषणा वह 16 अप्रैल को करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘तब आप कहेंगे कि उन्हें भेजा करिए।’’ साथ ही, उन्होंने विपक्षी दलों से महज आलोचना के लिए आलोचना नहीं करने को कहा।