नयी दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी को युद्ध शुरू हुआ और तब से लगातार दोनों सेनाओं के बीच जंग जारी है। रूसी सेना आक्रामक रूप से यूक्रेनियों पर भारी पड़ रही हैं वहीं दूसरी और युद्ध में आम जनता की जान पर भी बन आयी हैं। अभी तक इस युद्ध में 400 से ज्यादा आम नागरिकों की जान जा चुकी है। वहीं दूसरी और भारत के लिए भी यह काफी मुश्किल समय है। भारत के बहुत से नागरिक यूक्रेन में हैं और युद्ध की स्थिति के कारण वह वहां पर फंस गये हैं। भारत से हर साल बहुत से स्टूडेंट यूक्रेन में पढ़ाई करने के लिए जाते हैं। अब युद्ध के कारण उनकी जान पर बन आयी है। भारत सरकार लगातार वहां फंसे भारतीय को निकाल रही हैं। अब यह मोर्चा खुद एविएशन मिसिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने कंधे पर लिया है। यूक्रेन में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा चलाया है जिसनें अब वायु सेना भी शामिल हो गयी है। एयर इंडिया और वायु सेना मिलकर भारतीय को वापस लाने का काम कर रहे हैं।
ऑपरेशन गंगा’ के तहत नौवीं उड़ान यूक्रेन में फंसे 218 भारतीयों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लेकर मंगलवार देर रात नयी दिल्ली पहुंची। यूक्रेन से वापस लौटे लोगों ने अपनी आपबीती सुनाई और यूक्रेन की सेना पर आरोप लगाया कि उन्होंने भारतीयों के साथ काफी दुरव्यहार किया था। उन्होंने बताया कि यूक्रेन से बाहर आना काफी मुश्किल हो गया था हम हारने लगे थे लेकिन भारत सरकार के कारण हम वापस अपने वतन लौट पाये हैं। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके लिए धन्यवाद दिया। यूक्रेन से वापस लौटे शुभांशु ने बताया की वहां कि हालात काफी खराब हो गये थे। हमारे पास खाने-पीने तक का सामान नहीं बचा था। एयरपोर्ट पर पहुंची शुभांशु की मां अपने बेटे से लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगी। उन्होंने रोते हुए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। भावुक मां ने रोते-रोते कहा, श्श्मेरे मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करती हूं, जो हमारे बेटे को यहां ले आए. मैं कहती हूं मोदी हमेशा जीते रहें, हमारे बेटों की रक्षा करते रहें।