सैटेलाइट तस्वीरें तिब्बत ऑटोनॉम्स रिजन की बताई जा रही हैं। जहां चीन लगातार अपने हेलीपोर्ट बना रहा है। हेलीपोर्ट बनाने के पीछे का सबसे बड़ा कारण ये है कि यहां पर वो बहुत सारे हेलीकॉप्टर्स को रख सकता है।
नयी दिल्ली। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी एलएसी के पास चीन की तैयारियों को लेकर नया खुलासा हुआ है। भारत के खिलाफ चीन ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। ड्रैगन तिब्बत में कई बड़े हेलीपोर्ट का निर्माण कर रहा है। सैटेलाइट तस्वीरों से चीन की इस बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। ये सैटेलाइट तस्वीरें तिब्बत ऑटोनॉम्स रिजन की बताई जा रही हैं। जहां चीन लगातार अपने हेलीपोर्ट बना रहा है। हेलीपोर्ट बनाने के पीछे का सबसे बड़ा कारण ये है कि यहां पर वो बहुत सारे हेलीकॉप्टर्स को रख सकता है।
द ड्राइव की रिपोर्ट के मुताबिक चीन अपने हेलीकॉप्टर फौज को मजबूत को मजबूत बनाने में जुट गया है और इसके लिए वो कई विशाल हेलिपोर्ट बना रहा है। तिब्बत का पठार दुनिया में सबसे ऊंचा है और यह पहाड़ों से घिरा हुआ है। चीन का तेजी से आधारभूत ढांचे का विकास ये बताता है कि वो अपनी हवाई कनेक्टविटी को बढ़ा रहा है ताकि अपने सैनिकों को आसानी से इधर से उधर किया जा सके।
चीन ने अपने इंफ्रांस्ट्रक्चर को पिछले डेढ़ से दो साल में बहुत तेजी से बढ़ाना शुरू किया है। इसी क्रम में हेलीपैड और एयरस्ट्रिप बनाने शुरू किए हैं। चीन ने शेनयांग में दुनिया के सबसे ऊंचाई पर एयरबेस बना रहा है खासतौर से वहां पर एयरस्ट्रिप्स तैयार की जा रही है।