सीएम विंडो व ट्विटर हैंडल-विवादों के समाधान का सरल व आसान तरीका

Prashan Paheli

चंडीगढ़। डिजिटल इंडिया प्लेटफार्म को आगे बढ़ाने में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने 25 दिसम्बर, 2014 को सुशासन दिवस के अवसर पर शुरू की गई सीएम विंडो व्यवस्था विवादों के समाधान करने में सरल व आसान तरीका सिद्ध हो रही है, जिसके फलस्वरूप अब तक 11,56,446 लोग सीधी अपनी बात मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा चुके हैं।

मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल, जो चंडीगढ़ मुख्यालय से इस व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं, के अनुसार सरकार द्वारा इस व्यवस्था के लिए बेहतर कार्य करने वाले विभागों के नोडल अधिकारियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि सीएम विंडो पर लोग एक साधे कागज पर अपनी शिकायत भेजते हैं और मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा अगले ही दिन सम्बंधित विभाग को उस शिकायत के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ शिकायतकर्ता को भी सूचित किया जाता है।

भूपेश्वर दयाल ने बताया कि अब तो आरटीआई एक्टिविस्ट भी इस व्यवस्था के प्रति विश्वास जताने लगे हैं क्योंकि आरटीआई अधिनियम के तहत सूचना प्राप्त करने में अधिक समय लग जाता है, जबकि इस व्यवस्था पर अगले ही दिन से कार्यवाही आरम्भ हो जाती है। उन्होंने बताया कि हिसार से 63,829 शिकायतें, सिरसा से 62,746 व भिवानी से 60,893 शिकायतें सीएम विंडो पर प्राप्त हुई हैं जोकि अन्य जिलों से आई शिकायतों की तुलना में अधिक हैं।

ओएसडी के अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा शुरू की गई इस व्यवस्था से जहां एक ओर लोगों का कीमती समय व पैसे बच रहा है तो वहीं दूसरी ओर उनकी शिकायतों का त्वरित निपटान भी हो रहा है, जिस वजह से लोग इस व्यवस्था पर लोगों का विश्वास दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। लोग अब चंडीगढ़ आने की बजाय जिला लघु सचिवालयों के माध्यम से अपनी बात सीधी मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा रहे हैं। यहां तक कि अप्रवासी भारतीयों सहित चंडीगढ़ के लोगों द्वारा भेजी गई 15,353 शिकायतों में से 13,978 का समाधान किया जा चुका है।

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