भोपाल। रूस और यूक्रेन में लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच कभी भी युद्ध शुरू हो सकता है। भारत समेत लगभग सभी देशों ने अपने नागरिकों और छात्रों को यूक्रेन से वापस लौटने की एडवाइजरी जारी कर चुका है। लगभग यूक्रेन में 20 हजार भारतीय छात्र फंसे हुए हैं।
वहीं जानकारी मिली है कि इनमें से 20 छात्र मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के भी फंसे हुए हैं। इंदौर के स्टूडेंट्स वीडियो जारी कहा कि हम सुरक्षित लेकिन घर वापसी की चिंता है। छात्रों के परिजनों ने भारत सरकार से छात्रों को जल्द सुरक्षित वतन वापसी की मांग की है।
दरअसल इंदौर के भी कई बच्चे मेडिकल की पढ़ाई के लिए पिछले कुछ सालों से यूक्रेन में हैं। युद्ध की स्थिति निर्मित होने के बाद अब इन छात्रों के परिजन अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है।
बताया जा रहा है कि इंदौर के कुछ परिवारों ने जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट से बातचीत की है। जिसके बाद सिलावट अब केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से चर्चा करेंगे। ताकि सभी छात्रों की सुरक्षित घर वापिसी हो सके।
इसी कड़ी में भारत सरकार ने भारतीयों को यूक्रेन छोड़ने के लिए एडवाइजरी जारी की है। यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास ने भारतीय छात्रों से कहा है कि यदि उनका यूक्रेन में रहना जरूरी नहीं है तो वे अस्घ्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ दें।
इस मुद्दे को लेकर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सरकार यूक्रेन में फंसे मध्य प्रदेश के लोगों को वापस लाने में जुटी हुई है। सभी के सुरक्षित वापसी के लिए सरकार प्रयास कर रही है। केंद्र सरकार सभी तरह की चिंता कर रही है। और हमारी सरकार भी लगातार बातचीत कर रही है।