पर्दा गिरने के बाद भी बार-बार पार्ट 2 की गुंजाइश छोड़ जाते हैं उद्धव

Prashan Paheli

मंुबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने बयान से कई अटकलों को हवा दे दी है। प्रदेश के कई बड़े नेता उद्धव के बयान को एक संकेत के रूप में ले रहे हैं। दरअसल, उद्धव ठाकरे ने औरंगाबाद के एक कार्यक्रम में अपना भाषण देते हुए केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राव साहेब दानवे की ओर इशारा करते हुए कहा था कि वो उनके पूर्व दोस्त हैं। अगर फिर से साथ आते हैं तो भविष्य के दोस्त होंगे। महाराष्ट्र सीएम के बयान को लेकर बीजेपी ने ने अटकलों को शांत करने के लिए कुछ नहीं कहा। उद्धव के बयान के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो चुका है और कई तरह की सफाई आने लगी है।

उद्धव ठाकरे ने औरंगाबाद के कार्यक्रम में कहा कि यहा उपस्थित मेरे पुराने सहयोगी, अगर साथ आए तो भावी सहयोगी भी कह सकते हैं। मेरे तमाम भाइयों, बहनों और माताओं को अभिवादन। बाद में भी उस बयान के बारे में पूछे जाने पर उद्धव ठाकरे उस पर कायम दिखें। उन्होंने कहा कि मौजूदा और पूर्व सहकारी सब वहां थे और भविष्य में साथ आए तो भावी सहकारी भी हो सकते हैं। आने वाला समय बताएगा। राज्य में महा विकास अघाड़ी की सरकार है और केंद्र में बीजेपी की सरकार है। इसलिए हमें अपने अहंकार को छोड़कर राज्य के विकास के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे को भावी सहयोगी कहने वाले उद्धव ठाकरे ने अब पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन के समर्थन में खुलकर आगे आ गए हैं। औरंगाबाद में जनता को संबोधित करने के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘मुंबई और नागपूर को बुलेट ट्रेन से जोडा जाए यह हमारी पुरानी इच्छा है। इस बुलेट ट्रेन के लिए अगर प्रेजेंटेशन भी नहीं दिया तो भी चलेगा।

ेउद्धव ठाकरे के मुंह से ऐसी बाते सुनकर बीजेपी के लोग खुश हैं। बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्होंने हमारे मन की बात कही है जिसे सुनकर अच्छा लग रहा है। इसके साथ ही फडणवीस ने कहा कि राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह का भ्रष्टाचार जिस तरह से हमें देखने को मिलता है, सीएम को इस बात का अहसास हुआ होगा। इसके साथ ही फडणवीस ने स्पष्ट किया कि हम विपक्ष की भूमिका में काम कर रहे हैं और बीजेपी सत्ता के पीछे दौड़ने वालों में से नहीं है।

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