नयी दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूलों को फिर से खोले जाने की वकालत करते हुए बुधवार को कहा कि अगर अभी स्कूल नहीं खोले गए तो बच्चों की एक पीढ़ी पीछे छूट जाएगी। सिसोदिया ने यह टिप्पणी महामारी विज्ञानी और लोक नीति विशेषज्ञ चंद्रकांत लहरिया के नेतृत्व में अभिभावकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद की।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने कोविड-19 की स्थिति में सुधार के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में प्रतिबंधों में ढील देने पर विचार-विमर्श के लिए कल बैठक बुलाई है। बैठक के एजेंडे में स्कूलों को फिर से खोलने का मुद्दा भी शामिल है।
सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, डॉ लहरिया व यामिनी अय्यर के नेतृत्व में दिल्ली के बच्चों के अभिभावकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्कूलों को फिर से खोलने के लिए 1600 से अधिक अभिभावकों के हस्ताक्षरों वाला एक ज्ञापन मुझे सौंपा। हम इस बारे में निर्णय लेने वाले प्रमुख देशों में आखिरी क्यों हैं? सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मंत्री भी हैं।
उन्होंने कहा, मैं उनकी मांगों से सहमत हूं। हमने स्कूल उस समय बंद कर दिया था जब यह बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं था लेकिन अत्यधिक सावधानी अब हमारे बच्चों को नुकसान पहुंचा रही है। अगर हम अपने स्कूल अभी नहीं खोलते हैं तो बच्चों की एक पीढ़ी पीछे छूट जाएगी।
दिल्ली में कुछ समय के लिए स्कूल फिर से खोले गए थे लेकिन पिछले साल 28 दिसंबर को कोविड-19 की तीसरी लहर के कारएा उन्हें फिर से बंद कर दिया गया था।