नयी दिल्ली। बिहार और उत्तर प्रदेश में रेलवे भर्ती बोर्ड की ओर से आयोजित परीक्षा की प्रक्रिया का युवाओं की ओर से लगातार विरोध किया जा रहा है। पिछले तीन दिनों से बिहार में अभ्यार्थियों का विरोध प्रदर्शन जारी है जो अब बढ़ता ही जा रहा। इसको लेकर अब कांग्रेस ने भी सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिए है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदर्शनकारी युवाओं का समर्थन करते हुए सरकार पर निशाना साधा है। वही प्रियंका गांधी ने समस्याओं का हल करने की मांग की है। इतना ही नहीं, राहुल और प्रियंका ने गिरफ्तार छात्रों को तुरंत रिहा करने की भी मांग की है। अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने प्रदर्शनकारी युवाओं से आह्वान किया कि वे हिंसा के रास्ते को नहीं अपनाएं।
राहुल गांधी ने लिखा कि छात्रों, आप देश की व अपने परिवार की उम्मीद हैं। भाजपा सरकार की नीतियों के ख़िलाफ़, सत्य के पक्ष में मैं आपके साथ हूं और रहूंगा, लेकिन हिंसा हमारा रास्ता नहीं है। अहिंसक विरोध से स्वतंत्रता ले सकते हैं तो अपना अधिकार क्यों नहीं? राहुल गांधी ने बिहार में एक ट्रेन रोककर राष्ट्रगान गा रहे युवाओं का एक वीडियो साझा करते हुए कहा, ‘‘अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है, जो भूल गए हैं, उन्हें याद दिला दो कि भारत लोकतंत्र है, गणतंत्र था, गणतंत्र है!’’ वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ट्वीट किया कि रेलवे, एनटीपीसी व ग्रुप डी परीक्षा से जुड़े युवाओं पर दमन की जितनी निंदा की जाए, कम है। सरकार दोनों परीक्षाओं से जुड़े युवाओं से तुरंत बात करके उनकी समस्याओं का हल निकाले। छात्रों के हॉस्टलों में घुसकर तोड़फोड़ और सर्च की कार्रवाई पर रोक लगाए।
प्रियंका ने साथ ही लिखा कि गिरफ्तार किए गए छात्रों को रिहा किया जाए। विरोध- प्रदर्शन करने के चलते उनको नौकरी से प्रतिबंधित करने वाला आदेश वापस लिया जाए। प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं से मेरी अपील है कि सत्याग्रह में बहुत ताकत होती है। शांतिपूर्ण ढंग से सत्याग्रह के मार्ग पर चलते रहिए। दूसरी ओर रेलवे ने अपनी भर्ती परीक्षाओं की चयन प्रक्रिया को लेकर परीक्षार्थियों के हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) और लेवल-1 की परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला किया है। रेलवे ने एक उच्च स्तरीय समिति भी बनाई है, जो विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी। चयन प्रक्रिया को लेकर बिहार के कई स्थानों पर युवाओं ने विरोध- प्रदर्शन किया और कई ट्रेनों को रोका। इस दौरान पुलिस ने भी बल प्रयोग किया।