नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक हलचल पूरी तरह से तेज हो गई है। रोजाना नए-नए समीकरण निकलकर सामने आ रहे हैं। बीजेपी ने भी चुनाव में प्रचार के लिए एक नया और बड़ा प्लान तैयार कर लिया है। जिसके तहत आने वाले 23 जनवरी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश में ताबड़तोड़ कार्यक्रम करने वाले हैं। इसके साथ ही यूपी के प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित जितने भी सहप्रभारी हैं उनको प्रदेश में ही रहने के लिए केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से निर्देशित किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के दौरान बीजेपी पश्चिमी यूपी से लेकर पूर्वांचल बुंदेलखंड में एक ऐसी व्यूहरचना करेगी, जिससे भारतीय जनता पार्टी की अधिक से अधिक सीटें निकलकर सामने आएं। बता दें कि इससे ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी से तीन मंत्रियों ने इस्तीफा दिया, जिसके बाद कई विधायकों ने भी इस्तीफा दिया। वो इस्तीफा देने के बाद मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। जिसके बाद बीजेपी ने चुनावी रणनीति में काफी बदलाव किए।
चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही पहली बार पीएम मोदी यूपी में प्रचार के रण में उतरे और काशी के कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। लेकिन ये तो बस झांकी है पिक्चर तो अभी बाकी है। यूपी में बीजेपी ने विरोधियों पर डबल अटैक की तैयारी की है। बीजेपी ने जो प्रचार का प्लान तैयार किया है उसमें पहले डिजीटल प्रचार और मैदानी जंग दोनों की तैयारी है। जिसके लिए बीजेपी के दो बड़े चेहरों को केंद्र में रखा गया है। एक तरफ हैं देश के प्रधानमंत्री और बीजेपी के सबसे बड़े नेता नरेंद्र मोदी तो दूसरी तरफ देश के गृह मंत्री और बीजेपी के चाणक्य अमित शाह। पीएम मोदी डिजीटल मोर्चे पर विरोधियों का किला ध्वस्त करेंगे। वहीं अमित शाह मैदान में बीजेपी को ग्राउंड स्तर पर मजबूत करेंगे।