कलकत्ता। तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने ममता बनर्जी के भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की उनकी टिप्पणी पर आलोचना की, जहां उन्होंने कहा कि बढ़ते कोविड -19 मामलों के मद्देनजर सभी राजनीतिक कार्यक्रमों और धार्मिक उत्सवों को रोक दिया जाना चाहिए। कल्याण ने कहा कि ममता की नीतियां पार्टी और पश्चिम बंगाल में अंतिम शब्द हैं। ममता बनर्जी से ज्यादा जनता क्या चाहती है, यह कौन समझेगा? पार्टी की नीतियां ममता बनर्जी तय करती हैं, राज्य की नीतियां ममता बनर्जी तय करती हैं। कल्याण बनर्जी ने कहा, प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिसमें ममता के हस्ताक्षर न हों।
दोनों तरफ से चल रही जुबानी जंग से ये आसानी से देखा जा सकता है कि तृणमूल कांग्रेस के अंदर ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के सुर एक जैसे नहीं जान पड़ते हैं। दोनों के बीच बढ़ता विवाद अब स्पष्ट रूप से दिखायी देने लगा है। ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक के बीच चैतरफा जंग छिड़ी हुई है। डायमंड हार्बर में पोस्टरों से गायब ममता बनर्जी की तस्वीरें, इस ओर साफ इशारा कर रही हैं। यकीनन टीएमसी में ममता बनर्जी सबसे बड़ी नेता हैं। ऐसे में उनका चेहरा पोस्टरों में शामिल न होने से काफी पार्टी के अंदर मनमुटाव की अटकलों को हवा मिल गयी है।