लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दिया है। इतना ही नहीं, योगी सरकार के तीन मंत्रियों ने भी पार्टी से दूरी बना ली है। माना जा रहा है कि यह सभी लोग समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे। भाजपा को उस समय बड़ा झटका लगा जब ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी पार्टी छोड़ दिया। इन सबके बीच उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह का बड़ा बयान आया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का सबसे बड़ा ओबीसी नेता बताया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि नेताओं के जाने से भाजपा की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पार्टी इस बार के भी चुनाव में 300 से ज्यादा सीटें लाकर इतिहास रचेगी।
अपने बयान में सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि जिन लोगों का टिकट काटा जा रहा है या फिर जिनका सीट बदला जा रहा है वही लोग भाजपा छोड़कर जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह लोग जहां जा रहे हैं वहां सिर्फ एमवाई चलता है और यह सबको पता है कि एमवाई के साथ अन्य पिछड़े वर्ग के लोग नहीं जुड़ते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता से फीडबैक लेकर टिकट देती और काटती है, जब आपको पता चलता है तो आप भागोगे। अखिलेश जी के यहां तो दरवाजे खुले हुए हैं, सबको भर्ती कर लो, हमें कोई ऐतराज नहीं है। परिणाम वो ही आएगा 300 पार।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि इन विधायकों के बीजेपी छोड़ने के कई कारण हैं, कुछ अपने निजी फायदे के लिए जा रहे हैं, दूसरों को डर है कि उन्हें अपनी पसंद के निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि लोगो ने 5 साल तक बीजेपी के साथ रहकर मलाई काने का काम किया। उन्होंने कहा कि राज्य में ओबीसी और दलितों को गुमराह किया जा रहा है। उन्हें (भाजपा छोड़ने वाले विधायक) सपा द्वारा ओबीसी और दलितों के लिए 10 कल्याणकारी योजनाओं की सूची दें। सपा केवल मुसलमानों और यादवों के लिए काम करती है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अन्य ओबीसी समुदाय कभी भी एमवाई में शामिल नहीं होंगे।