कलकत्ता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के नेताओं में लगातार नाराजगी बढ़ती जा रही है। पार्टी में गुटबाजी भी खुलकर सामने आने लगी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने राज्य में पार्टी के सभी विभागों और प्रकोष्ठों को भंग कर दिया है। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल भाजपा में 35 विभाग और 15 प्रकोष्ठ है। इनमें कानून विभाग और शरणार्थी प्रकोष्ठ भी शामिल है। पार्टी की ओर से जारी एक बयान में इस बात की जानकारी दी गई है। माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल भाजपा में नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। हाल में ही केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर और एक अन्य बड़े नेता ने पार्टी का व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ दिया था।
पश्चिम बंगाल भाजपा की ओर से जारी एक बयान में कहा कि डॉक्टर सुकांत मजूमदार के निर्देशानुसार सभी विभाग और प्रकोष्ठ को तब तक के लिए भंग किया जाता है जब तक कि उनका पुनर्गठन नहीं हो जाता और सारी नियुक्तियां नहीं हो जाती। आपको बता दें कि राज्य में नेताओं के अंदर बढ़ती नाराजगी को ध्यान में रखते हुए पार्टी की ओर से 15 जनवरी को एक बैठक बुलाने का फैसला भी लिया गया है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट गेस्ट हाउस में होने वाली है। बैठक में बड़ी संख्या में नेता शामिल होंगे। पार्टी को इस बात की भी उम्मीद है कि जिन नेताओं ने व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ा है वह भी इसमें शामिल होंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को असहज स्थिति में डालते हुए केंद्रीय मंत्री और मतुआ समुदाय के प्रमुख सदस्य शांतनु ठाकुर ने पार्टी के सभी व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ दिए हैं। केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री ठाकुर ने मंगलवार को इसकी पुष्टि करते हुए संवाददाताओं से कहा, ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य के भाजपा नेतृत्व को नहीं लगता कि संगठन के भीतर हमारी (मतुआ) कोई महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने यह भी कहा कि क्या भाजपा की राज्य इकाई में अब उनका कोई महत्व है। वहीं, फिल्म से राजनीति के क्षेत्र में आये भाजपा विधायक हिरन चटर्जी ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर की तरह पार्टी की प्रदेश इकाई के सभी व्हाट्स ऐप ग्रुप छोड़ दिये लेकिन यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी छोड़ने की कोई योजना नहीं है।