भारी बर्फबारी के कारण फंस गए हैं मजदूर
पिथौरागढ़। भारत-चीन सीमा पर सड़क निर्माण में लगे मजदूरों को मतदान के लिए हेलिकॉप्टर के जरिये निचले इलाकों में लाया जाएगा। दरअसल उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के कारण संपर्क मार्ग बंद हैं। इस कारण सैकड़ों मजदूर इन इलाकों में फंसे हुए हैं। ये मजदूर 14 फरवरी को होने वाले मतदान में प्रतिभाग कर सकें, इसके लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली जाएगी। फिलहाल बीआरओ ने ऐसे 100 मजदूरों को चिन्हित किया है, जिन्हें हेलीकॉप्टर के जरिये निचले इलाकों में लाया जाएगा। मुनस्यारी तहसील से करीब 54 किलोमीटर दूर लास्पा में 6 फीट से अधिक बर्फबारी हुई है। इस इलाके में सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। बीआरओ के सैकड़ों मजदूर यहां फंसे हुए हैं। मिलम-लास्पा मार्ग में अत्यधिक बर्फबारी के चलते पैदल रास्तों का खुलना फिलहाल मुश्किल है। ऐसे में ये मजदूर 14 फरवरी को होने वाले मतदान के दिन वोट देने से वंचित न रह जाएं, इसे देखते हुए बीआरओ ने फंसे हुए मजदूरों को हेलीकॉप्टर के जरिये निचले इलाकों में लाने का फैसला किया है। ताकि ये मजदूर लोकतंत्र के महापर्व में प्रतिभाग कर सकें।
बीआरओ इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग की मदद ले रहा है। पिथौरागढ़ के जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ। आशीष चैहान ने बताया कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में फंसे मजदूर मतदान में प्रतिभाग कर सकें, इसके लिए बीआरओ के साथ बैठक की जाएगी। साथ ही मजदूरों को मतदान के लिए छुट्टी देने और उच्च हिमालयी क्षेत्रों से निकालने के लिए जरूरी इंतजाम किये जायेंगे। ताकि लोकतंत्र के पर्व में अधिक से अधिक लोग अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।बीआरओ के डिप्टी कमांडिंग ऑफिसर के सिल्वा ने बताया कि हमने मतदान के लिए ऊंचाई वाले क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के लिए हेलीकॉप्टर सुविधा प्रदान करने का फैसला किया है। अब तक हमारे रिकॉर्ड के अनुसार 100 ऐसे लोग हैं, जिन्हें यह सुविधा दी जाएगी। यदि वहां अधिक लोग हैं तो उन्हें भी यह सुविधा दी जाएगी।