नयी दिल्ली। पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर राजनीति गर्म है। इन सबके बीच पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने पंजाब सरकार पर सवाल उठा दिए है। किरण बेदी ने साफ तौर पर पूछा कि जब यह घटना घटी तब पंजाब के डीजीपी कहां थे? उन्होंने यह भी पूछा कि डीएम कहां थे? इसके साथ ही सवाल करते हुए किरण बेदी ने पूछा कि क्या यह कोई साजिश रची गई थी? किरण बेदी ने कहा कि सबसे पहले सुरक्षा उल्लंघन डीजीपी, मुख्य सचिव, गृह सचिव और कलेक्टर की अनुपस्थिति थी। क्या घात लगाने की योजना थी? एक पुल (फ्लाईओवर) रोकने के लिए सबसे खतरनाक जगह है इसके नीचे कोई भी बम लगा सकता है।
उच्चतम न्यायालय ने केन्द्र और पंजाब सरकार से कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे में हुई सुरक्षा चूक की जांच स्थगित कर दें और पंजाब तथा हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को निर्देश दिया कि वह तत्काल सभी संबंधित रिकॉर्डध्दस्तावेजों को सुरक्षित रखें। अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने इस चूक के संबंध में भटिंडा के पुलिस अधीक्षक अजय मालुजा और पांच अन्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण की अध्यक्षता वाली पीठ का यह निर्देश ऐसे दिन पर आया है जब सुरक्षा चूक मामले की जांच की रही केन्द्र की टीम फिरोजपुर, पंजाब गई थी और बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के सुरक्षा इंतजाम के लिए जिम्मेदार अधिकारियों से मिली। पंजाब में सूत्रों ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य के कुछ पुलिस अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही पंजाब सरकार ने केन्द्र को एक रिपोर्ट सौंप कर बताया है कि 150 अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।