भगवानपुर। भाजपा नेताओं से अभद्रता व मारपीट मामले में उच्चाधिकारियों द्वारा कार्यवाही करते हुए भगवानपुर थाने में तैनात एक दरोगा में दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं मामले की जांच सीओ मंगलौर द्वारा की जा रही है।
बीते रोज थाना भगवानपुर पुलिस ने ग्राम सिकरोड़ा से एक वारंटी को गिरफ्तार किया गया था। वारंटी की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही भगवानपुर क्षेत्र के भाजपा नेता उनके समर्थन में थाने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि उक्त वांरटी भाजपा कार्यकर्ता भी है। बातचीत के दौरान पुलिसकर्मियों और भाजपा नेताओं के बीच तीखी नोक झोंक हो गयी। भाजपा नेता मास्टर सत्यपाल का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने बातचीत के दौरान भाजपा नेताआंे पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया और उन्हे जमकर लात घूंसों से पीटा गया। बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा की गयी मारपीट में भगवानपुर मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष मनोज कपिल, इकबालपुर गन्ना समिति के प्रशासक अमन त्यागी सहित कई लोगों को हल्की चोटें भी आईं। जिसके बाद मामले की जानकारी मिलते ही भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा काफी संख्या में थाने पहुंच कर धरना शुरू कर दिया गया तथा मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कराने की मांग करने लगे। मामले की जानकारी मिलने पर झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस प्रकार की घटना पर नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की। मामले की गम्भीरता को देखते हुए मौके पर पहुंचे सीओ मंगलौर पंकज गैरोला ने धरना दे रहे भाजपा कार्यकर्ताओं से वार्ता की और उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन भाजपा कार्यकर्ता आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग पर अड़े रहे। जिस पर पुलिस उच्च अधिकारियों द्वारा कार्रवाई करते हुए एक दरोगा व दो कांस्टेबलों को लाइन हाजिर कर दिया गया है और सीओ मंगलौर पंकज गैरोला को इस घटना की जांच करने के निर्देश दे दिए गए हैं। दरोगा और कॉन्स्टेबल को लाईन हाजिर किये जाने की पुष्टि थानाध्यक्ष भगवानपुर पीडी भटृ द्वारा की गयी है।