नयी दिल्ली। कोविड-19 टीकाकरण लक्ष्यों को लेकर कांग्रेस और केंद्र ने सोमवार को एक दूसरे पर निशाना साधा और प्रमुख विपक्षी दल के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने टीकों की बूस्टर खुराक को लेकर भ्रम की स्थिति होने का आरोप लगाया वहीं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी पर पलटवार करते हुए गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया।
पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने कोविड के खिलाफ टीकाकरण की कथित धीमी गति को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 31 दिसंबर तक देश की 100 प्रतिशत वयस्क जनता को कोविड टीके की पहली खुराक लगाने का सरकार का दावा अब बस हवा में ही रह जाएगा।
उन्होंने दावा किया कि सरकार की ‘संरक्षणवादी’ नीति के कारण फाइजर, मोडर्ना और डब्ल्यूएचओ से मंजूरी प्राप्त अन्य टीके किसी ना किसी बहाने से भारत से बाहर ही रहे। उन्होंने कहा, ‘‘इसी कारण हमारे पास 94 करोड़ जनता को लगाने के लिए पर्याप्त मात्रा में टीका नहीं है।’’
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘सरकार का भारी भरकम दावा कि 31 दिसंबर तक देश की 100 प्रतिशत वयस्क जनता का टीका लग जाएगा, हवा में है। बूस्टर खुराक की शुरूआत, जो बहुत जरूरी है, से मांग-आपूर्ति के बीच का अंतर और बढ़ जाएगा।’’
केंद्रीय शिक्षा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता प्रधान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता ‘‘घबराहट और भय पैदा कर रहे हैं तथा गलत जानकारी फैला रहे हैं। चिदंबरम ने यह भी आरोप लगाया कि बूस्टर खुराक का प्रस्ताव भ्रम पैदा करने वाला है। उन्होंने कहा, कोविशील्ड के लिए बूस्टर खुराक टीका कौन सा है? मुझे उम्मीद है कि कोविशील्ड की एक और खुराक नहीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अतीत की गलतियों का परिणाम अब सामने आ रहा है। हम ऑर्डर में देरी, भुगतान में देरी, फाइजर एवं मॉडर्ना को लाइसेंस नहीं देने तथा अपर्याप्त उत्पादन एवं आपूर्ति की कीमत चुका रहे हैं।’’
चिदंबरम पर निशाना साधते हुए प्रधान ने कहा, भारत द्वारा उठाए गए हर प्रगतिशील कदम पर कांग्रेस और उसकी मंडली का अफसोसाजनक रुख कभी भी आश्चर्यचकित नहीं करता है… सबसे पहले, उन्होंने अपने देश में बने टीकों की सुरक्षा को लेकर लोगों को गुमराह किया, टीके की हिचकिचाहट को बल दिया और हमारे देश की सामूहिक क्षमता पर संदेह कर दहशत पैदा की।’’ उन्होंने ट्वीट किया, और, अब जब भारत ओमीक्रोन स्वरूपको प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए फिर से सक्रिय कदम उठा रहा है… ऐसे लोग फिर से दहशत व भय पैदा कर रहे हैं और दुष्प्रचार कर रहे हैं।’’