फर्जी किसान दिखाकर की गई खरीद, होनी चाहिए जांच

Prashan Paheli

नई दिल्ली। तीनों कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसान संगठन के बीच गतिरोध लगातार बरकरार है। दिल्ली से सटे सीमाओं पर किसान संगठन का धरना-प्रदर्शन बीते 8 महीने से जारी है। किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है। लेकिन इसके बावजूद भी कोई नतीजा नहीं निकला है। इन सब के बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि अब संयुक्त मोर्चे की तरफ से उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत पूरे देश में जाकर किसानों के बीच अपनी बात रखी जाएगी। संयुक्त मोर्चा की तरफ से सरकार की नीति और काम को लेकर बात होगी।
इसके अलावा राकेश टिकैत ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी ) को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। किसान नेता कहा कि अकेले रामपुर में एजेंसियों ने कहा कि हमने रिकॉर्ड 26,391 किसानों से खरीद की, इसमें 11,000 फर्जी किसान दिखाकर खरीद की गई। हम ये दस्तावेज लखनऊ भेजेंगे और कल लखनऊ जाएंगे। भारत सरकार और प्रेस को देंगे। इसकी जांच होनी चाहिए। गाजीपुर बॉर्डर से किसान नेता ने कहा कि एक रामपुर जिला हमने पकड़ा है जहां एमएसपी का फर्जीवाड़ा हुआ है। ये सरकारी आंकड़ो में 8ः किसानों से एमएसपी की खरीद बताते हैं। उसमें भी किसान के नाम पर 40ः फर्जीवाड़ा। मतलब देश में 3ः किसानों को एमएसपी काल लाभ मिल रहा है।

Next Post

दिव्यांगजनों के सहायतार्थ दिव्यांग बहुउददेश्यीय शिविर का आयोजन

चमोली। जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र चमोली द्वारा विकासखण्ड देवाल, थराली और नारायणबगड में दिव्यांगजनों के सहायतार्थ दिव्यांग बहुउददेश्यीय शिविर का आयोजन न्याय पंचायत स्तर पर किया जा रहा है जिसका शुभारम्भ करते हुए खण्ड विकास अधिकारी देवाल पी.एल आर्य ने दिव्यांग जनों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य […]

You May Like