नयी दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र समयपूर्व अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। जिसके बाद कांग्रेस ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह जो शीत सत्र शुरू हुआ वह निलंबन के साथ शुरू हुआ। जिस दिन सदन शुरू हुआ उसी दिन हमारे 12 सदस्यों को निलंबित किया गया। ये ऐसे 12 सदस्य हैं जो हमेशा राज्यसभा में सक्रिय रहते हैं। घटना मानसून सत्र में हुई थी और कार्यवाही शीत सत्र में की गई। इसी बीच मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी पार्टियों के लोगों को शुक्रियाअदा किया। उन्होंने कहा कि हम एकजुट होकर यह लड़ाई लड़ी।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि उन्होंने कहा कि मानसून सत्र में जो हुआ था वो दुख की बात है और मैं सभी की तरफ से खेद व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि 29 नवंबर से हम प्रयास कर रहे थे कि कोई न कोई रास्ता निकाला जाएगा लेकिन अफसोस की बात है कि हमारी बात नहीं मानी गई। क्योंकि 12 सांसदों के निलंबन के बाद राजग राज्यसभा में बहुमत में आ गई।
वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चैधरी ने कहा कि सदन चलाने का हमारा इरादा था, लेकिन जब अजय मिश्रा टेनी साहब का मामला आया तो हमने सरकार से सवाल किया। नैतिकता के आधार पर अजय मिश्रा टेनी को बर्खघस्त करना चाहिए था। सरकार ने सदन में बहुमत के बुलडोज के सहारे विपक्ष को दबाया और सदन को ठप्प करने का तनाव पैदा किया।