नयी दिल्ली। केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में मादक द्रव्यों के चंगुल से बच्चों को बचाने के लिए दिल्ली सरकार को अनेक प्रकार की सहायता दी जा रही हैं तथा यहां नौ एकीकृत पुनर्वास केंद्र चलाये जा रहे हैं। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने लोकसभा में प्रश्नकाल में बताया कि 2019में दिल्ली में 10 से 17 साल आयु के करीब 4.93 लाख बच्चे मादक पदार्थों के आदी पाये गये।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के सदस्य प्रवेश वर्मा के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि मंत्रालय नशीली दवाओं के उपयोग को कम करने के लिए योजना बनाई। कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार को भी इस लिहाज से केंद्र की ओर से सहायता दी गयी।
मंत्री ने कहा कि दिल्ली में नशा करने वालों के लिए नौ एकीकृत पुनर्वास केंद्र एवं अन्य संस्थाएं केंद्र की मदद से चल रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में राजधानी में नशामुक्ति केंद्र चलाने वाले गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) को 13 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता दी गयी है।