हरिद्वार: जनपद हरिद्वार की मंगलौर में पुलिस ने दादी की हत्या के आरोप में उसके पोते को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त गंडासा भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपित का चालान कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक 24 अप्रैल को कमलेश पत्नी प्रकाश निवासी ग्राम ताशीपुर मंगलौर हरिद्वार ने अपनी मां वृद्धा लीलावती उम्र 90 वर्ष की अज्ञात व्यक्ति द्वारा गर्दन काटकर हत्या करने के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने हत्या के खुलासे के लिए 4 टीमों का गठन किया था। पुलिस ने इस सबंध में मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने नारसन तिराहे से आरोपी रिंकी पुत्र राजवीर निवासी ग्राम ताशीपुर मंगलौर हरिद्वार को गिरफ्तार किया, जिसकी निशानदेही पर हत्या में हथियार बरामद किया गया।
आरोपित मृतका के पोते ने पूछताछ में बताया कि उसके पिता सिंचाई विभाग में नौकरी करते हैं। बुआ की शादी बिझौली गांव में हुई थी। उसकेे फूफा प्रकाश की मृत्यु करीब 10 साल पहले हो चुकी है। उसकी बुआ के हिस्से में करीब 13-14 बीघा जमीन बिझौली में थी। बुआ ने करीब 6-7 साल पहले उसमें से 10 बीघा जमीन बेच दी थी। जमीन का सौदा मेरे जरिए ही हुआ था। वह जमीन 2 करोड़ 62 लाख रुपये में बिकी थी, जिससे कमीशन पर मुझे 5 लाख रुपये भी मिले थे।
उक्त जमीन बेचकर जो पैसे आये थे उसमें से कुछ पैसों की 10 बीघा जमीन मेरी बुआ ने हमारे ही गांव ताशीपुर में ले ली थी। तब से मेरी दादी लीलावती मेरी बुआ के साथ ही उसके घर पर रहती थी। बुआ की दो लड़कियां हैं। बड़ी वाली रीना शादी शुदा बिझौली गांव में ही अपने पति इन्द्रेश के साथ रहती है। छोटी लड़की शशि जो 10वीं में पढ़ती है, मेरी बुआ के साथ ही रहती है। मेरा अक्सर अपनी बुआ के घर आना जाना रहता था। मेरे दादा हरनन्दलाल सहारनपुर में सिचाई विभाग में काम करते थे। दादी को करीब 12 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन मिला करती थी, जिसमें से मेरी दादी मुझे खर्चे के लिये करीब हर महीने 7-8 हजार रुपये दे दिया करती थी। मुझे शराब पीने की लत थी जिस कारण मेरे घरवालों ने मुझे नशा मुक्ति केन्द्र में भी रखा था, लेकिन कुछ समय से मेरी दादी व बुआ ने मुझे पैसे देने में आनाकानी करने लग गई थीं, इसलिए अक्सर मेरा पैसों को लेकर अपनी बुआ व दादी से झगडा हुआ करता था। दादी मुझे पैसे जमीन देने से मेरी बुआ को मना करने लगी। दादी की यह बातें मुझे खटकने लगी, मुझे जिस कारण मैंने अपनी दादी को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
बताया कि योजना के मुताबिक 24 अगस्त को मै अपनी बुआ कमलेश के घर गया व बाहर का मेन गेट अन्दर से बंद कर दिया। मेरी दादी लीलावती उर्फ बुद्धो घर पर अकेली थी। मैंने अपनी दादी को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वह नहीं मानी तो घर पर ही रखे गंडासे से मैंने उसकी गर्दन पर वार किये, जिससे उसकी गर्दन कट गयी। उसी समय बाहर गेट पर मेरी बुआ व शशि आ गये। तभी मैं वहां से भाग निकला। हत्या में प्रयुक्त गंडासा गन्ने के खेत से पहले बाउन्ड्री में छिपा दिया।
पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त गंडासा बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपित का चालान कर जेल भेज दिया है।