देहरादून: राज्यपाल और मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती पर उन्हें स्मरण करते हुए राष्ट्रीय एकता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दीं है।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के पूर्व संध्या पर कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय एकता के प्रणेता थे। भारत की बहुत सी छोटी बड़ी देशी रियासतों को भारतीय गणराज्य में मिलाने का कार्य सरदार पटेल के प्रयासों से ही सम्भव हो सका। लौहपुरूष सरदार पटेल के योगदान को देश भुला नहीं सकता और उनका जीवन आने वाली पीढ़ियों को हमेशा देश की एकता और अखण्डता के प्रति प्रेरित करता रहेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को नमन करते हुए कहा कि आजादी का ये अमृतकाल सरदार पटेल जी के सपनों के भारत के नवनिर्माण का है। देश की एकता और अखंडता की रक्षा में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। आज का दिन एक भारत श्रेष्ठ भारत में स्वयं को समर्पित करने का संकल्प लेने का है।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि अपनी दृढ़ संकल्प शक्ति की वजह से सरदार पटेल देश-विदेश में ’लौह पुरूष’ के नाम से लोकप्रिय हुए। वह भारत माता के अनमोल रत्न थे। उनकी संकल्प शक्ति ने ही उन्हें लौह पुरूष बनाया। देशी रियासतों को भारत संघ में शामिल करने में सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अपनी ऐतिहासिक भूमिका निभाई। राष्ट्रीय एकता के लिए उनके इस महत्वपूर्ण योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।