हल्द्वानी: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जोशीमठ में आई आपदा को लेकर पूर्व की सरकारों को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा, विकास की अंधी दौड़ और विकास के मापदंडों को दरकिनार करना आपदा की वजह है। हल्द्वानी पहुंचे अखिलेश ने मोदी सरकार से लेकर राहुल गांधी और योगी से लेकर पुष्कर सिंह धामी सरकार पर भी तीखा प्रहार किया।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हल्द्वानी में समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीकी के बेटे के वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। यहां पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने कहा कि जोशीमठ में क्या चल है पूरी दुनिया देख रही है। उत्तराखंड की पूर्व सरकारें जोशीमठ को विकास के नाम पर विनाश की तरफ ले गईं।
कहा, विकास के जो मापदंड होते हैं, सरकारों को उनका पालन ही नहीं किया। उत्तराखंड के पहाड़ कच्चे हैं और इस पर विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों ने समय-समय पर सरकारों को सावधान किया, लेकिन सरकारों ने ध्यान नहीं दिया। फिर सरकार कांग्रेस की रही हो या फिर भाजपा की।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जोशीमठ में इस तरह का विकास नहीं होना चाहिए था।
एनटीपीसी ने पहाड़ खोखले कर दिए हैं। ये नए पहाड़ हैं और इन पहाड़ों में सुरक्षा की दृष्टि से सरकार को पर्यावरण का ध्यान रखना चाहिए था, जो नहीं रखा गया। मुनाफे के चक्कर में जोशीमठ व आसपास के क्षेत्र को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में बड़ी संख्या में लोगों की जानें गईं, बड़ी संख्या में लोगों का नुकसान हुआ और फिर भी सरकारों ने सबक नहीं लिया।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ में जो हुआ है, मैं समझता हूं इन्वायरमेंट इम्पैक्ट एसेस्मेंट रिपोर्ट आई होगी और रिपोर्ट के तहत जो-जो ध्यान रखना था एनटीपीसी, सरकार और ठेकेदारों ने उसका ध्यान नहीं रखा। हमारा मानना है कि बाजार भाव के तहत जोशीमठ के लोगों को मुआवजा दिया जाना चाहिए। सेटेलमेंट के लिए अच्छी पॉलिसी बनाई जानी चाहिए।