हरिद्वार। लाजपत राय मेहरा न्यूरो थेरेपी एंड रिचर्स सेंटर की ओर से कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क शिविर लगाया जाएगा। इसके लिए मेला प्रशासन से बातचीत की जा रही है। हरिद्वार के जम्मू यात्री भवन भूपतवाला में आयोजित तीन दिवसीय अधिवेशन के अवसर पर संस्था के संरक्षक अजय गांधी ने कहा कि अखिल भारतीय न्यूरोधैरेपिस्ट वार्षिक अधिवेशन के दूसरे दिन निर्णय लिया गया कि देश के किसी भी प्रांत के रहने वाले निवासी जिनकी आर्थिक आय बेहद कम है । उनके बच्चों को संस्था की ओर से चंडीगढ़ में निशुल्क न्यूरो थेरेपी का कोर्स कराया जाएगा। ऐसे छात्रों के अभिभावकों केवल रहने और खाने का खर्चा देना होगा। संस्था के अध्यक्ष अजय कुशवाहा ने कहा कि दिल्ली पंजाब हरियाणा यूपी मध्य प्रदेश जम्मू कश्मीर सहित विभिन्न प्रांतों में हर साल 24, 25, 26 जनवरी को संस्था की ओर से अधिवेशन का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा प्रतिदिन लाखों मरीजों थेरेपी चिकित्सा का लाभ ले रहे हैं। संस्था के कोषाध्यक्ष सुमित महाजन ने बताया कि उत्तराखंड के 13 जिलों में दस सेंटर खोले जाने की कवायद चल रही है।
लाजपत राय मेहरा न्यूरोथैरेपी रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के तत्वाधान में हरिद्वार के जम्मू भवन में अखिल भारतीय न्यूरो थैरेपिस्ट ऑर्गेनाइजेशन के अधिवेशन के दूसरे दिन इस विधा को स्वरोजगार पूरक और इस थैरेपी को प्रभावी कैसे बनाया जाए, इस विषय पर विस्तार से चर्चा हुई | इस मौके पर ऑर्गेनाइजेशंस के संस्थापक महासचिव राम गोपाल परिहार ने बताया कि बड़े स्तर पर केस स्टडी के आधार पर रिसर्च पेपर तैयार किए जा रहे हैं | और इनको रजिस्ट्रड मेडिकल जनरल में प्रकाशित भी करवाया जा रहा है| ऐसा इसलिए की इस विधा को वैज्ञानिक आधार पर आधार प्रदान कर सबल बनाया जा सके| उन्होंने बताया कि ऐसा ही मेडिकल रिसर्च पेपर इंपैक्ट ऑफ़ न्यूरो थेरेपी ट्रीटमेंट ऑन नी पेन आई एम सी आर नमक मेडिकल जनरल में प्रकाशित हुआ है| उन्होंने कहा कि मौजूदा परिदृश्य में न्यूरो थेरेपी ट्रीटमेंट की देश ही नहीं विदेशों में भी संभावनाएं विकसित हो चुकी हैं| इस विधा के लोग विदेशों में भी विदेशों में भी इसका अच्छी तरह से संचालन कर रहे हैं|
उनके अनुसार नौकरी की तरफ भाग रहे युवाओं को चाहिए कि वे लोग इसे स्वरोजगार के रूप में अपनाएं और बेरोजगारी को दूर भगाएं | उन्होंने कहा कि विधा से प्रतिमाह 20 से 40 हजार रूपए कमा सकते हैं | फांउडेशन आफ़ न्यूरो थैरेपी और अखिल भारती न्यूरो थेरेपी ऑर्गेनाइजेशन के संयुक्त प्रयास से एक योजना पंजाब के मोहाली सेंटर में चलाई जाएंगी, जिसमें आर्थिक रूप से पिछड़े या कमजोर लोगों को इसका प्रशिक्षण मुफ्त में दिया जाएगा|
उन्होंने कहां की इस विधा को आधुनिक स्वरूप प्रदान करने के लिए भी नित्य अनुसंधान कार्य चल रहे हैं | इसके अलावा शिक्षण पाठ्यक्रमों और व्यवस्था में सुथार की दिशा में भी विस्तृत रूप से एक रूपरेखा तैयार की गई है| जिसका वर्णन आज के सत्र में आए हुए प्रतिनिधियों के साथ साझा किया गया| इसके तहत फीस स्ट्रक्चर में साठ हज़ारों वार्षिक शुल्क के बजाय चालीस हजार तथा मौजूदा डिजिटल क्रांति के युग को ध्यान में रखते हुए अब ऑनलाइन और आफ़ लाइन शिक्षण की सुविधा के साथ साथ रेगुलर तथा डिस्टेंस एजुकेशन की सुविधा का फार्मेट मुकम्मल कर लिया गया है |
उन्होंने यह भी बताया कि जून जिन लोगों ने किन्ही सर्टिफाइड शिक्षण केंद्रों से ट्रेनिंग की हुई है ऐसे लोगों को 5000 रूपए परीक्षा शुल्क देकर अपनी शिक्षा योग्यता को मापने का अवसर दिया जायेगा दिया जायेगा|
संगठन के संरक्षक अजय गांधी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत तथा स्वस्थ्य व्यक्ति स्वस्थ्य समाज स्कीम के मद्देनजर संगठन ने तय किया है कि अब देश के किसी भी क्षेत्र से इच्छुक युवाओ को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाना सुनिश्चित किया गया है |
इस मौके पर अखिल भारतीय न्यूरो थैरेपी ऑर्गेनाइजेशन के संरक्षक अजय गांधी, संस्थापक सचिव राम गोपाल परिहार, प्रधान अजय कुशवाहा, उपाध्यक्ष अंजना भानुशाली गौरी, सचिव वीरेन्द्र प्रसाद चौरसिया, कोषाध्यक्ष सुमित महाजन, आल इंडिया न्यूरो थैरेपी इंस्टीट्यूट आर्गनाइजेशन के प्रधान अमित शर्मा तथा अंतरराष्ट्रीय समन्वयक रमेश कुमार और मीडिया प्रभारी अशोक सिंह भारत आदि उपस्थित थे।