धुमाकोट बस हादसाः रातभर चला रेस्क्यू अभियान, 25 की मौत, 21 लोगों को बचाया गया
पौड़ी: धुमाकोट बस (यूके04-0501) हादसे की भयावहता से लोग दहल गए हैं। इस हादसे में 25 बरातियों की मौत हो गई। 21 लोगों को बचा लिया गया है। हरिद्वार जिले के लालढांग के कटेवड़ गांव से बरातियों को लेकर मंगलवार को कांडा तल्ला जा रही यह बस लैंसडौन के सिमड़ी गांव के पास करीब साढ़े तीन सौ मीटर गहरी खाई में गिर गई थी। यह जानकारी पुलिस ने दी।
पुलिस के मुताबिक रातभर चले बचाव अभियान में बुधवार सुबह तक 21 लोगों को सुरक्षित निकाल कर इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इस हादसे में 25 लोगों की जान चली गई। बताया जा रहा है कि पट्टा टूटने के कारण बस अनियंत्रित हो गई और खाई में गिर गई थी। एसडीआरएफ और ग्रामीणों की मदद से राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया।
लालढांग क्षेत्र के कटेवड़ गांव निवासी संजीव के पुत्र महावीर की बरात लेकर यह बस मंगलवार दोपहर 12 बजे कांडा तल्ला के लिए चली थी। बरात कांडा तल्ला निवासी प्रकाश चंद्र के घर जानी थी। बस में सवार लालढांग निवासी पंकज ने बताया कि शाम करीब सात बजे रिखणीखाल-कांडा तल्ला के मध्य सिमड़ी गांव से करीब एक किलोमीटर पहले बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी।
बस में सवार आठ से दस लोग किसी तरह खाई से बाहर निकल कर आए। मोबाइल फोन से उन्होंने अपने परिचितों को सूचना दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने भी शोक जताया है।