हल्द्वानी : उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में डेंगू-मलेरिया का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। नैनीताल जिले की अगर बात करें तो आज जनपद में डेंगू के तीन मामले सामने आए हैं और मलेरिया का एक केस सामने आया है।
कुमाऊं के सबसे बड़े सुशीला तिवारी अस्पताल और सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाए गए हैं। वहीं सुशीला तिवारी और बेस अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले संदिग्ध मरीजों की डेंगू जांच भी कराई जा रही है। प्राइवेट अस्पतालों के साथ-साथ सरकारी अस्पतालों को नैनीताल जिला स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू को लेकर निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत बुखार के मरीजों की कोरोना के साथ डेंगू की जांच भी अनिवार्य कर दी गई है। जहां से भी डेंगू के केस मिल रहे हैं, उन इलाकों में खास निगरानी रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
नैनीताल जिले की सीएमओ डॉ भागीरथी जोशी के अनुसार, जनपद में अब तक डेंगू के तीन मरीज सामने आए हैं। वहीं मलेरिया का एक मरीज सामने आया है। सभी मरीजों को जरूरी चिकित्सा सुविधा दी गई है। जिन इलाकों से ये मरीज आए थे, वहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को पड़ताल के लिए कहा गया। डेंगू-मलेरिया के रोगियों के इलाज के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल और बेस अस्पताल में डेंगू वार्ड बनाए गए हैं।