आईआईटी रुड़की में ऑप्टिक्स, फोटोनिक्स एवं क्वांटम ऑप्टिक्स पर सीओपीएक्यू सम्मेलन का शुभारम्भ
हरिद्वार: आईआईटी रुड़की में गुरुवार से 13 नवम्बर के बीच ऑप्टिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के 45वें सिम्पोसियम का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन का उद्घाटन गुरुवार को आईआईटी रुड़की के कोन्वोकेशन हॉल में हुआ। ऑप्टिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों एवं फैकल्टी सदस्यों की सोसाइटी है, जो ऑप्टिक्स एवं इससे जुड़े क्षेत्रों में सक्रिय हैं। सोसाइटी की स्थापना 1965 में की गई थी।
आईआईटी रुड़की के 175 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं जो ऑप्टिक्स, फोटोनिक्स एवं क्वांटम ऑप्टिक्स में हुए आधुनिक शोध एवं विकास कार्यों पर चर्चा करेंगे।
सम्मेलन में 400 दस्तावेज पेश किए जाएंगे तथा दुनिया भर से 60 आमंत्रित चर्चाएं एवं 5 प्लेनेरी चर्चाएं होंगी। इम्पीरियल कॉलेज लंदन से सर पीटर नाइट सभा को सम्बोधित करेंगे। इसके अलावा फोटोनिक्स, फाइबर ऑप्टिक्स, क्वांटम ऑप्टिक्स, बायोफोटोनिक्स, सेंसिंग ऑप्टिकल इमेजिंग, होलोग्राफी एवं अन्य विषयों पर हाल ही में हुए अनुसंधान कार्यों पर 40 टेक्निकल सेशन्स होंगे। उद्घाटन समारोह के दौरान रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार डॉ जी सथीश रेड्डी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थ और आईआईटी रुड़की के डायरेक्टर प्रोफेसर के के पंत ने समारोह की अध्यक्षता की।
रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार डॉ जी सथीश रेड्डी ने इस मौके पर कहा कि फोटोनिक्स एवं क्वांटम टेक्नोलॉजी आज के दौर में जानकारी एवं संचार को सुरक्षित बनाने के लिए महत्वपूर्ण हो गए हैं। लेजर टेक्नोलॉजी में हुई आधुनिक प्रगति आधुनिक सुरक्षा प्रणाली में योगदान दे रही है। हमें इस दिशा में और काम करना होगा। यह महत्वपूर्ण है कि अनुसंधान, इनोवेशन्स एवं वैज्ञानिक समाधानों को बढावा देने के लिए नियमित प्रयास किए जाएं। मैं सीओपीएक्यू के आयोजन के लिए आईआईटी रुड़की को बधाई देना चाहूंगा और संस्थान को आगामी अनुसंधान के लिए शुभकामनाएं देना चाहूंगा, जो राष्ट्र के विकास एवं ज्ञान के आधुनिकीकरण में कारगर साबित होगा।
आईआईटी रुड़की डायरेक्टर प्रोफेसर केके पंत ने कहा कि सहयोगपूर्ण अनुसंधान विभिन्न क्षेत्रों में विचारों के आदान-प्रदान, नए कौशल के विकास एवं गुणवत्तापूर्ण परिणामों को सुनिश्चित करता है। विभिन्न क्षेत्रों में हुए अनुसंधान समस्याओं को हल करने और इन पर व्यापक नजरिया देने में कारगर होते हैं। सीओपीएक्यू 2022 ऑप्टिक्स, फोटोनिक्स एवं क्वांटम ऑप्टिक्स के क्षेत्र में विशिष्ट जानकारी के निर्माण में मददगार होगा।
सम्मेलन के जनरल चेयरपर्सन प्रोफेसर विपुल रस्तोगी ने कहा कि सीओपीएक्यू 2022 दुनिया भर से ऑप्टिक्स, फोटोनिक्स एवं क्वांटम ऑप्टिक्स के क्षेत्रों में काम करने वालों को एक ही मंच पर लेकर आया है। अगले चार दिनों के दौरान इनके बीच होने वाले विचार-विमर्श नई साझेदारियों के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे।