देहरादून: भले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अंकिता भंडारी प्रकरण पर परिजनों को 25 लाख रुपये देकर परिवार की हर संभव मदद करने और आरोपितों को दंडित कराने का संकल्प लिया है लेकिन कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया है।
बुधवार को उत्तराखंड बेटी हत्याकांड में कांग्रेस ने देहरादून में गांधी पार्क के बाहर एक घंटे का मौन रखकर धरना दिया। कांग्रेस ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल सहित सामाजिक संस्थाओं और अन्य दलों के लोग भी शामिल थे।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि हत्याकांड में साक्ष्यों को मिटाने का प्रयास किया गया है जो इस प्रकरण को समाप्त करने का प्रयास है। कांग्रेस का कहना है कि हत्याकांड में साक्ष्य मिटाने की साज़िश की गई है। आरोप हैं कि बहुत जल्दबाजी में सबूत नष्ट किये गये। कांग्रेस उस वीआईपी का नाम सार्वजनिक करने की मांग कर रही है जिसके लिए एक बेटी की बलि चढ़ा दी गई। कांग्रेस इस पूरे मामले को लेकर सरकार पर हमलावर है और सीबीआई की जांच न्यायालय के जज की देखरेख में कराने की मांग कर रही है।