हरिद्वार। कुंभ की तिथि नजदीक आने के साथ ही भारत सरकार ने 40 कंपनी पैरामिल्ट्री का आवंटन कर दिया है। एक जनवरी को पांच पैरामिल्ट्री कंपनी हरिद्वार पहुंच जाएंगी। एनएसजी और पैरामिल्ट्री के स्पाइनरों से कुंभ की निगहबानी होगी। किसी भी आतंकी घटना को नाकाम करने के लिए बम डिस्पोजल स्क्वायड और एंटी माइनिंग टीम का भी आवंटन हो गया है।
आईजी कुंभ संजय गुंज्याल ने कहा कि कोरोना काल में कुंभ 2021 का स्वरूप कैसा होगा, अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा, लेकिन हर स्तर पर तैयारियां हो रही हैं। स्थितियां सामान्य रही तो 2010 के कुंभ की तुलना में कहीं अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है। मौजूूदा जैसी परिस्थितियां रहती हैं तो भी श्रद्धालुओं की संख्या करोड़ों तक पहुंचने की उम्मीद है। आईजी ने कहा कि कुंभ मेले में यातायात और श्रद्धालुओं की भीड़भाड़ नियंत्रण पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती होता है। इसके लिए प्रदेश के सिविल और आर्म्स पुलिस के अलावा बाहरी राज्यों की पुलिस बल की तैनाती होती है। इसके लिए भारत सरकार पैरामिल्ट्री कंपनी आवंटित करती है। पैरामिल्ट्री चार अलग अलग चरणों में हरिद्वार पहुंचेंगी। प्रदेश सरकार की मांग पर भारत सरकार ने 40 कंपनी पैरामिल्टी का आवंटन कर दिया है। इनमें एसएसबी की सात, सीआरपीएफ की 10, बीएसएफ की 10, सीआईएसएफ की सात और आईटीबीपी की छह कंपनियां शामिल हैं। पैरामिल्ट्री चार अलग अलग चरणों में हरिद्वार पहुंचेंगी। इसमें पांच कंपनी पैरामिल्ट्री की पहली जनवरी को हरिद्वार पहुंचने की इसकी शुरुआत होगी। इसके बाद एक फरवरी को सात कंपनी पहुंचेंगी। एक मार्च को 12 कंपनी और 28 मार्च को 16 कंपनी पैरामिल्ट्री पहुंच जाएगी। मार्च और अप्रैल में शाही और महत्वपूर्ण स्नानों पर सर्वाधिक फोर्स की जरूरत पड़ेगी।